Home > Current Affairs > National > National Mathematics Day 2023: Date, History & Ramanujan

राष्ट्रीय गणित दिवस 2023: तिथि, इतिहास और रामानुजन

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
National Mathematics Day 2023: Date, History & Ramanujan Important Day 3 min read

प्रति वर्ष 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस (एनएमडी) के रूप में मनाया जाता हैI राष्ट्रीय गणित दिवस भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन की स्मृति में मनाया जाता हैI  

राष्ट्रीय गणित दिवस का इतिहास: 

  • राष्ट्रीय गणित दिवस मनाने की शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 22 दिसंबर 2012 को श्रीनिवास रामानुजन की 125वीं वर्षगाठ के अवसर पर की थीI  
  • पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसकी घोषणा चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में श्रीनिवास रामानुजन को श्रद्धांजलि देने के दौरान की थीI
  • इस अवसर पर वर्ष 2012 को राष्ट्रिय गणित वर्ष घोषित किया गया थाI इस तरह से 22 दिसंबर 2012 को प्रथम राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया गयाI

श्रीनिवास अयंगर रामानुजन का संक्षिप्त जीवन परिचय:

  • रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर, 1887 को तमिलनाडु के इरोड (मद्रास प्रेसीडेंसी) में हुआ था।
  • रामानुजन ने वर्ष 1903 में मद्रास विश्वविद्यालय की छात्रवृत्ति प्राप्त की। किंतु अगले वर्ष 1904 में ही यह छात्रवृत्ति उनसे वापस ले ली गई। क्योंकि रामानुजन गणित को छोड़कर अन्य विषयों पर ध्यान नहीं दे रहे थे।
  • रामानुजन ने 1911 में इंडियन मैथमेटिकल सोसाइटी के जर्नल में अपना पहला लेख प्रकाशित किया।
  • रामानुजन ने 1913 में ब्रिटिश गणितज्ञ गॉडफ्रे एच. हार्डी के साथ पत्र-व्यवहार शुरू किया, उसके बाद वे ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज़ चले गए।
  • वर्ष 1918 में लंदन की रॉयल सोसाइटी के लिए रामानुजन का चयन हुआ। इस तरह से रामानुजन ब्रिटेन की रॉयल सोसाइटी के सबसे कम उम्र के सदस्य बने।
  • रामानुजन कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज के फेलो चुने जाने वाले पहले भारतीय थे।

रामानुजन का गणित में योगदान:

  • रामानुजन ने अपने 32 वर्ष के अल्पायु में ही लगभग 3,900 परिणामों (समीकरणों और सर्वसमिकाओं) का संकलन किया है। 
  • रामानुजन के मुख्य कार्यों में पाई (Pi) की अनंत श्रेणी शामिल थी। रामानुजन ने पाई के अंकों की गणना करने के लिए कई सूत्र प्रदान किये जो परंपरागत तरीकों से भिन्न थे।
  • उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए नवीन विचार प्रस्तुत किये, जिन्होंने खेल सिद्धांत के विकास में मुख्य भूमिका निभाई।
  • जॉर्ज एंड्रयूज ने 1976 में ट्रिनिटी कॉलेज की लाइब्रेरी में रामानुजन की एक नोटबुक की खोज की थी। बाद में इस नोटबुक को एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया था।
  • रामानुजन ने गणित से संबंधित कई अन्य उल्लेखनीय क्षेत्रों में योगदान दिया जिनमें मुख्यतः
    • हाइपर जियोमेट्रिक सीरीज़, 
    • रीमान सीरीज़, 
    • एलिप्टिक इंटीग्रल, 
    • माॅक थीटा फंक्शन और 
    • डाइवर्जेंट सीरीज़ का सिद्धांत आदि शामिल हैं।
  • रामानुजन का लंबी बीमारी के बाद भारत लौटने के पश्चात 26 अप्रैल, 1920 को केवल 32 वर्ष की आयु में ही उनका निधन हो गया।

FAQ

Answer:- 22 दिसंबर

Answer:- श्रीनिवास अयंगर रामानुजन के जन्म दिवस की स्मृति में आयोजित किया जाता है।

Answer:- 2012

Answer:- श्रीनिवास अयंगर रामानुजन

Answer:- श्रीनिवास अयंगर रामानुजन
Leave a Review

Today's Article

Utkarsh Classes
DOWNLOAD OUR APP

Utkarsh Classes: Prepare for State & Central Govt Exams

With the trust and confidence of our students, the Utkarsh Mobile App has become a leading educational app on the Google Play Store. We are committed to maintaining this legacy by continually updating the app with unique features to better serve our aspirants.