Home > Current Affairs > National > Justice Prakash Srivastava appointed the new chairman of NGT

न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव बने एनजीटी का नया अध्यक्ष

Utkarsh Classes Last Updated 26-12-2023
Justice Prakash Srivastava appointed the new chairman of NGT Appointment 3 min read

कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव को राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव को न्यायमूर्ति शेओ कुमार सिंह के स्थान पर नियुक्त किया गया। पूर्व अध्यक्ष, न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की सेवानिवृत्ति के बाद, न्यायमूर्ति शेओ कुमार सिंह को 7 जुलाई 2023 को ट्रिब्यूनल के कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।

  • न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव का जन्म 31 मार्च, 1961 को हुआ था। उन्होंने 1987 में एक वकील के रूप में नामांकन किया और उच्चतम न्यायालय में कर, नागरिक और संवैधानिक कानून में अभ्यास किया।
  • तत्पश्चात, 15 जनवरी, 2010 को स्थायी होने से पूर्व उन्हें 18 जनवरी, 2008 को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
  • इसके बाद, न्यायमूर्ति श्रीवास्तव ने 11 अक्टूबर, 2021 से 30 मार्च, 2023 को अपनी सेवानिवृत्ति तक कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया।

राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी):

  • स्थापना: 18 अक्तूबर 2010
  • प्रथम अध्यक्ष: जस्टिस लोकेश्वर सिंह पंटा
  • राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की स्थापना राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम 2010 के अनुसार की गई थी।
  • इसका प्राथमिक उद्देश्य पर्यावरण से संबंधित मुद्दों का कुशल और त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है।
  • इसमें पर्यावरण की सुरक्षा, वनों का संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन जैसे पर्यावरणीय मामलों से संबंधित कानूनी अधिकारों को लागू करना शामिल है।
  • एनजीटी पर्यावरणीय चिंताओं या संपत्ति के नुकसान से प्रभावित व्यक्तियों या संस्थाओं को उचित उपचार और मुआवजा प्रदान करने पर भी ध्यान केंद्रित करता है।
  • एनजीटी को 'पर्यावरण अदालत' कहा जा सकता है, साथ ही एनजीटी को उच्च न्यायालय के समान शक्तियां प्राप्त है।
  • एनजीटी की शक्तियों का मुख्य स्रोत इसके लिए बनाए गए अधिनियम से प्राप्त होती है जबकि उच्च न्यायालय की शक्तियों को संविधान में परिभाषित की गई है।
  • एनजीटी के निर्णय से असंतुष्ट होने की स्थिति में 90 दिनों के भीतर इसके निर्णय  को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है।

एनजीटी की संरचना:

  • अध्यक्ष: न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव 
  • सदस्य: कम-से-कम 10 न्यायिक सदस्य और 10 विशेषज्ञ सदस्य (यह संख्या 20 पूर्णकालिक न्यायिक और विशेषज्ञ सदस्यों से अधिक नहीं होनी चाहिए)। 
  • मुख्यालय: नई दिल्ली, (भोपाल, पुणे, कोलकाता और चेन्नई में चार क्षेत्रीय पीठें हैं।) एनजीटी की सर्किट पीठें: शिमला, शिलॉन्ग, जोधपुर और कोच्चि में हैं।

FAQ

Ans. - न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव

Ans. - राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण अधिनियम, 2010 और समय-समय पर सरकार द्वारा इसके लिए बनाए गए अधिनियम है।

Ans.नई दिल्ली
Leave a Review

Today's Article

Utkarsh Classes
DOWNLOAD OUR APP

Download India's Best Educational App

With the trust and confidence that our students have placed in us, the Utkarsh Mobile App has become India’s Best Educational App on the Google Play Store. We are striving to maintain the legacy by updating unique features in the app for the facility of our aspirants.