जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 01 दिसंबर, 2023 को दिल्ली के महरौली स्थित शम्सी तालाब, जहाज महल में 'जल इतिहास उत्सव' का आयोजन किया गया है I
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य जल विरासत स्थलों के संरक्षण के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना, आम लोंगो में स्वामित्व की भावना पैदा करना, पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ऐसी विरासत संरचनाओं का जीर्णोद्धार करना है।
- यह उत्सव 15 नवंबर, 2023 से 30 नवंबर, 2023 तक देश भर के विभिन्न जिलों में 75 'प्राकृतिक जल विरासत संरचनाओं' में आयोजित किए गए, जो कि "जल विरासत पखवाड़ा" के सफल समापन का प्रतीक है।
- 'जल इतिहास उत्सव' का आयोजन, राष्ट्रव्यापी अभियान 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' 2023 के सफल समापन का प्रतीक है।
भारत में जल विरासत स्थल
- जल शक्ति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के भाग के रूप में पूरे देश में 75 'प्राकृतिक जल विरासत संरचनाओं' की पहचान करने के लिए आर आर मिश्रा की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था।
- राज्यों , केंद्र शासित प्रदेशों , केंद्र सरकार की एजेंसियों और आम नागरिकों से कुल 421 साइटों के नामांकन प्राप्त हुए थे जिनमें से कुल 75 साइटों का चयन किया गया था I
- इन स्थलों का चयन, 5 जनवरी 2023 को भोपाल, मध्य प्रदेश में जल पर पहले अखिल भारतीय राज्य मंत्रियों के सम्मेलन के दौरान किया गया था।
- इन स्थलों में 7 राजस्थान से, 7 तमिलनाडु से, 6 मध्य प्रदेश से, 5 गुजरात से, 4 उत्तर प्रदेश से थे।
'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' 2023
- भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 4 मार्च 2023 को जल शक्ति अभियान: कैच द रेन- 2023 शुरू किया गया था।
- कैच द रेन- 2023 जल शक्ति अभियान के श्रृंखला की चौथी कड़ी है, जो पानी की कमी वाले 256 जिलों में 2019 में शुरू हुआ था।
- बाद में 2021 और 2022 में इसका विस्तार पूरे भारत में किया गया।
- वर्ष 2023 में यह अभियान 04 मार्च 2023 से 30 नवम्बर 2023 तक जारी रहा; जिसमें जल जीवन मिशन द्वारा चिन्हित 150 जल संकटग्रस्त जिलों में पेयजल स्रोतों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- कैच द रेन- 2023 का विषय “पेयजल के लिए स्रोत स्थिरता” था I