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आईएनएस शिवाजी को मिला 1971 वॉर हीरो का 'वीर चक्र'

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
INS Shivaji Receives 'Vir Chakra' Of 1971 War Hero Defence 5 min read

आईएनएस शिवाजी ने 1971 युद्ध के नायक रहे दिवंगत वाइस-एडमिरल बेनॉय रॉय चौधरी को दिया गया मूल 'वीर चक्र' प्राप्त किया। आईएनएस शिवाजी, भारतीय नौसेना के प्रमुख तकनीकी प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में से एक है।

  • आईएनएस शिवाजी के वाइस-एडमिरल दिनेश प्रभाकर ने 18 दिसंबर 2023 को लोनावाला स्थित प्रशिक्षण स्थल पर यह सम्मान प्राप्त किया। दिनेश प्रभाकर ने यह सम्मान नौसेना की ओर से वाइस एडमिरल चौधरी के परिवार के सदस्यों पदीप्त और गार्गी बोस से वीर चक्र प्राप्त किया।

वीर चक्र पुरस्कार के बारे में: 

  • 'वीर चक्र' युद्धकाल में सैन्य वीरता के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार है। 
  • यह पुरस्कार युद्ध के दौरान जमीन, हवा या समुद्र में किसी सैन्यकर्मी द्वारा किये गए वीरता के कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है। 

वाइस एडमिरल बेनॉय रॉय चौधरी के बारे में: 

  • बेनॉय रॉय चौधरी नौसेना के एकमात्र टेक्निकल ऑफिसर हैं जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 
  • वाइस एडमिरल चौधरी ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान वीरता दिखाई थी। 1971 में बेनॉय रॉय आईएनएस विक्रांत पर एक इंजीनियर के रूप में तैनात थे।

आईएनएस विक्रांत को ठीक करने में निभाई मुख्य भूमिका: 

  • पाकिस्तान के साथ युद्ध के बीच भारतीय नौसेना के विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत का बॉयलर पूरी क्षमता से कार्य नहीं कर रहा था। तब बेनॉय रॉय चौधरी ने चीफ इंजीनियर के रूप में अपनी टीम के साथ बॉयलरों की मरम्मत का जिम्मा संभाला था। 
  • इन कार्यों के लिए काफी तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता थी। बेनॉय रॉय ने अपने लोगों को जोखिम से भरे कार्य करने हेतु भरोसा दिलाने के लिए सर्वोच्च नेतृत्व प्रदान किया। युद्ध के दौरान उनका योगदान हर तरह से महत्वपूर्ण था। 
  • तत्कालीन नौसेना प्रमुख एडमिरल एसएम नंदा ने उन्हें 'एन इंजीनियर पार एक्सीलेंस' की उपाधि दी। 
  • उनकी बहादुरी, देशभक्ति और समर्पित सेवा विभिन्न महत्वपूर्ण उपलब्धियों का प्रमाण है। बेनॉय रॉय को 1971 के युद्ध में उनके वीरतापूर्ण कार्यों के लिए 'वीर चक्र' प्रदान किया गया।

1971 के युद्ध में विक्रांत ने निभाई निर्णायक भूमिका: 

  • 1971 के युद्ध में आईएनएस विक्रांत की भूमिका भारतीय जीत में निर्णायक साबित हुई थी। आईएनएस विक्रांत पर तैनात भारतीय नौसेना के फाइटर जेट्स ने पूर्वी पाकिस्तान के चटगांव, कॉक्स बाजार, खुलना, चालना और मोंगला के बंदरगाहों को तबाह कर दिया।
  • इससे पाकिस्तान अपने हवाई क्षेत्र, बिजली घरों, वायरलेस स्टेशनों, ईंधन भंडारों, बंदरगाह और अन्य सुविधाओं का उपयोग नहीं कर सका। 

आईएनएस शिवाजी: 

  • यह महाराष्ट्र के लोनावाला में स्थित एक भारतीय नौसेना स्टेशन है। आईएनएस शिवाजी में नेवल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग स्थित है। 
  • यह कॉलेज, भारतीय नौसेना और तटरक्षक अधिकारियों को शिक्षित और प्रशिक्षित करता है।
  • आईएनएस शिवाजी की तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थाएँ हैं:
    • सेंटर ऑफ मरीन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CMET), 
    • सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन मरीन इंजीनियरिंग और 
    • स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज़।
  • भारतीय नौसेना स्टेशन को फरवरी 1945 में हिज मैजेस्टीज इंडियन शिप (एचएमआईएस) शिवाजी के रूप में शामिल किया गया था।
  • आईएनएस शिवाजी का लक्ष्य, अनुकूल प्रतिस्पर्धी नौसेनाओं का निर्माण और पूरे ईकोसिस्टम में कर्मियों के कौशल में बड़े पैमाने पर सुधार करना था।

FAQ

Answer:- आईएनएस शिवाजी को

Answer:- वाइस एडमिरल बेनॉय रॉय चौधरी को 1971 वॉर हीरो का 'वीर चक्र' दिया गया था

Answer:- आईएनएस विक्रांत को ठीक करने में निभाई मुख्य भूमिका के लिए वाइस एडमिरल बेनॉय रॉय चौधरी को 1971 वॉर हीरो का 'वीर चक्र' दिया गया था।

Answer:- आईएनएस शिवाजी के वाइस-एडमिरल दिनेश प्रभाकर ने 1971 वॉर हीरो का 'वीर चक्र' सम्मान प्राप्त किया।
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