3 अगस्त 2024 को पूरे देश में 14वां भारतीय अंग दान दिवस मनाया जा रहा है। भारतीय अंग दान दिवस लोगों के बीच अंग दान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। यह मृत दाताओं और उनके परिवारों द्वारा समाज में किए गए योगदान को भी याद करता है।
भारतीय अंग दान दिवस का उद्देश्य अंग दान के बारे में मिथकों और गलतफहमियों को दूर करना और लोगों को मृत्यु के बाद अंगों और ऊतकों को दान करने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करना भी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत संस्था राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन ने जुलाई महीने को देश में अंग दान का महीना घोषित किया है।
जुलाई महीने को इसलिए चुना गया है क्योंकि 8 जुलाई 1994 को भारत में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम लागू 1994 किया गया था।
यह अधिनियम चिकित्सीय उद्देश्यों के लिए और मानव अंगों और ऊतकों में वाणिज्यिक लेनदेन की रोकथाम के साथ- साथ मानव अंगों को हटाने, भंडारण और प्रत्यारोपण को नियंत्रित करता है।
कई देशों का अपना अलग अंगदान दिवस होता है। सामान्य तौर पर अंग दान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया के कई हिस्सों में 13 अगस्त को विश्व अंग दान दिवस मनाया जाता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री-जगत प्रकाश नड्डा