वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (सितंबर-दिसंबर) में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी।
तीसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर ने भारत का दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था का दर्जा, बरकरार रखा है।
केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) के तहत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने 28 फरवरी 2025 को भारतीय अर्थव्यवस्था का वित्तीय वर्ष 2024-25 का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया।
एनएसओ ने वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 और 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर को भी संशोधित किया।
एनएसओ के मुताबिक 2023-24 में वास्तविक जीडीपी 9.2 फीसदी बढ़ी। यह पिछले 12 वर्षों में ,2021-22 को छोड़कर, भारतीय अर्थव्यवस्था द्वारा हासिल की गई उच्चतम विकास दर है। 2022-1-22 में वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत थी।
एनएसओ ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर को 6.4 प्रतिशत के पहले अनुमान से संशोधित कर 6.5 प्रतिशत कर दिया है ।
2024-25 के लिए संशोधित वार्षिक विकास दर
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए दूसरा संशोधित अनुमान निम्नलिखित है।
- 2024-25 में वास्तविक जीडीपी विकास दर: 6.5%,
- वास्तविक जीडीपी या स्थिर कीमतों पर जीडीपी: 187.95 लाख करोड़ रुपये,
- 2024-25 में नाममात्र जीडीपी विकास दर: 9.9%,
- 2024-25 में मौजूदा कीमतों पर नाममात्र जीडीपी या जीडीपी: 331.03 लाख करोड़ रुपये।
2024-25 में तिमाही जीडीपी विकास दर
- पहली तिमाही (अप्रैल-जून) विकास दर: 6.5 प्रतिशत,
- दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) विकास दर: 5.6 प्रतिशत,
- तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) विकास दर: 6.2 प्रतिशत,
- 2024-25 के पहले नौ महीनों में जीडीपी की विकास दर: 6.1 प्रतिशत।
Q3 में अर्थव्यवस्था के घटक का प्रदर्शन
- कृषि क्षेत्र में 5.6 प्रतिशत की वृद्धि,
- विनिर्माण क्षेत्र में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि,
- निर्माण क्षेत्र में 7 प्रतिशत की वृद्धि,
- सेवा क्षेत्र में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि।
2023-24 में 9.2 प्रतिशत विकास दर
एनएसओ ने 2023-24 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर के आंकड़े को संशोधित किया है।
- वर्ष 2023-24 के लिए स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक जीडीपी या जीडीपी 176.51 लाख करोड़ रुपये थी और विकास दर 9.2 फीसदी रही।
- यह पिछले 12 वर्षों में दर्ज की गई दूसरी सबसे ऊंची वृद्धि दर थी। 2021-22 में सबसे अधिक जीडीपी वृद्धि दर 9.7 फीसदी, दर्ज़ किया गया।
अर्थव्यवस्था के घटक का प्रदर्शन
- प्राथमिक क्षेत्र (कृषि, पशुधन, वानिकी, मछली पकड़ने और खनन और उत्खनन): 2.7 प्रति।
- माध्यमिक क्षेत्र (विनिर्माण, बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य उपयोगिता सेवाएं और निर्माण शामिल): 11.4 प्रतिशत।
- तृतीयक (सेवा): 9.0 प्रतिशत।
2022-23 में 7.6 प्रतिशत विकास दर
2022-23 में स्थिर मूल्य (2011-12) पर वास्तविक जीडीपी या जीडीपी 161.65 लाख करोड़ रुपये थी और विकास दर 7.6 प्रतिशत थी।
अर्थव्यवस्था के घटक का प्रदर्शन
- प्राथमिक क्षेत्र: 5.9 प्रतिशत,
- द्वितीयक क्षेत्र: 2.4 प्रतिशत,
- तृतीयक (सेवा): 10.3 प्रतिशत।