15 सितंबर 2023 को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) भारत की समृद्ध लोकतांत्रिक परंपराओं को प्रदर्शित करते हुए बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय में लोकतंत्र उत्सव आयोजित करेगी।
लोकतंत्र का 'वैशाली' उत्सव 15 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित किया जाएगा।
- लोकतंत्र का त्योहार जी20 शिखर सम्मेलन के अतिरिक्त कार्यक्रमों के भाग के रूप में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा 'भारत मंडपम' में आयोजित 'भारत: लोकतंत्र की जननी' नामक प्रदर्शनी के बाद आयोजित किया जा रहा है।
- प्रदर्शनी का उद्देश्य भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार को उजागर करना है।
- लोकतंत्र का वैशाली उत्सव महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, क्योंकि यह लोकतंत्र के जन्मस्थान का स्मरण दिलाता है।
पृठभूमि:
- लोकतंत्र के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के स्थापना का श्रेय लोकतंत्र पर सार्वभौमिक उद्घोषणा को जाता है, जिसे 15 सितंबर, 1997 को अंतर-संसदीय संघ (IPU) के द्वारा अपनाया गया था। अंतर संसदीय परिषद जो कि अंतर संसदीय संघ की गवर्निंग बॉडी है, द्वारा लोकतंत्र की सार्वभौमिक उद्घोषणा को अंगीकार किया गया था।
- 15 सितंबर 1997 को मिस्र के काहिरा में 98वें अंतर संसदीय सम्मेलन का समापन हुआ था। पांच दिवसीय इस सम्मेलन के सम्पन्न होने के साथ ही लोकतंत्र की सार्वभौमिक उद्घोषणा को अंगीकृत किया गया था और इसी दिन की याद में संयुक्त राष्ट्र ने 2007 में तय किया कि 15 सितंबर को ही अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया जाएगा।
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर):
- स्थापना : 9 अप्रैल, 1950
- मुख्यालय : नई दिल्ली।
- संस्थापक : मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री)।
आईसीसीआर का उदेश्य:
- भारत के अन्य देशों के साथ सांस्कृतिक संबंधों से संबंधित नीतियों एवं कार्यक्रमों के निर्माण तथा कार्यान्वयन में सक्रिय रूप से भाग लेना।
- भारत एवं अन्य देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों तथा आपसी समझ को बढ़ावा देना।
- विभिन्न देशों एवं नागरिकों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना।
- आईसीसीआर सांस्कृतिक कूटनीति के माध्यम से भारत की विदेश नीति को एक सुदृढ़ आधार प्रदान करती है।
नालंदा विश्वविद्यालय :
- स्थापना : गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम ने 450 ई. में की थी।
- नालंदा विश्वविद्यालय अपने समकालीन विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय था।
- नालंदा विश्वविद्यालय स्थापत्य कला का एक अद्भुत नमूना है।
- वर्तमान में बिहार के नालंदा ज़िले में स्थित प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर में ही नवस्थापित नालंदा विश्वविद्यालय भारतीय संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित राष्ट्रीय महत्त्व का एक अंतर्राष्ट्रीय संस्थान है, जो विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में कार्य करता है।
- अप्रैल 2023 को भारत सरकार द्वारा प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अरविंद पनगढ़िया को नालंदा विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्त किया।
- नवनियुक्त कुलाधिपति अरविंद पनगढ़िया वर्ष 2015 में स्थापित नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
- पद्मभूषण से सम्मानित पनगढ़िया पूर्व में संयुक्त राज्य अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं।