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रक्षा मंत्रालय 14 एफपीवी के लिए मझगांव डॉक के साथ अनुबंध पर किए हस्ताक्षर

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
Defense Ministry signs contract with Mazagon Dock for 14 FPV Defence 3 min read

रक्षा मंत्रालय ने भारतीय तट रक्षक के लिए 14 तेज गश्ती नौकाओं के अधिग्रहण के उद्धेश्य से  24 जनवरी, 2024 को मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। 

मझगांव डॉक (एमडीएसएल) के साथ 1070.47 करोड़ का अनुबंध:  

  • इसके लिए दोनों पक्षों के मध्य 1070.47 करोड़ रुपये मूल्य का अनुबंध किया गया है। 
  • इन बहुउद्देशीय तेज गश्ती नौकाओं को मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा विक्रय श्रेणी के तहत स्वदेशी रूप से तैयार, विकसित एवं निर्मित किया जाएगा। 
  • मझगांव डॉक द्वारा इन्हें कुल 63 महीनों में सौंप दिया जाएगा।

तेज गश्ती जहाज (एफपीवी) के बारे में: 

  • एफपीवी कई उच्च तकनीकी उन्नत सुविधाओं एवं उपकरणों से सुसज्जित होगा। इनमें प्रमुखतः इस प्रकार है:  
    • ड्रोन 
    • वायरलेस से नियंत्रित रिमोट वॉटर रेस्क्यू क्राफ्ट लाइफबॉय
    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षमता 
  • ये सुविधाए  भारतीय तट रक्षक बल को आधुनिक युग की बहुआयामी चुनौतियों का सामना करने हेतु और अधिक सक्षम बनाएगी। साथ ही इससे आईसीजी को बेहतर संचालन क्षमता प्राप्त हो सकेगी। 

तेज गश्ती जहाज का उपयोग: 

  • एफपीवी का उपयोग शत्रुतापूर्ण और युद्धकालीन परिस्थितियों के दौरान संचार और एस्कॉर्ट प्लेटफॉर्म के रूप में किया जा सकता है। इन  आधुनिक तेज गश्ती नौकाओं का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्र में किया जा सकता है : 
    • मत्स्य पालन
    • सुरक्षा व निगरानी
    • नियंत्रण एवं निगरानी
    • तस्करी विरोधी अभियान
    • उथले पानी सहित अन्य स्थानों पर तलाश और बचाव अभियान
    • संकट में फंसे जहाजों/नौकाओं को सहायता
    • टोइंग क्षमताओं में वृद्धि
    • समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया संचालन
    • समुद्री डकैती विरोधी अभियानों के दौरान सहायता तथा निगरानी 

एफपीवी के अधिग्रहण का उद्देश्य: 

  • इन द्रुतगामी गश्ती जहाजों के अधिग्रहण का उद्देश्य भारतीय तट रक्षक बल की क्षमताओं को बढ़ावा देना है। साथ ही समुद्री सुरक्षा की ओर सरकार के बढ़ते प्रयासों को और विस्तार देना होगा । 

इससे होने वाले लाभ:  

  • यह अनुबंध ’आत्मनिर्भर भारत’ के अनुरूप देश की स्वदेशी युद्धपोत निर्माण क्षमता को विस्तार देगा। 
  • समुद्री आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। 
  • इससे सहायक उद्योगों, विशेष रूप से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के विकास को गति देगा। यह परियोजना प्रभावी ढंग से देश में रोजगार के अवसर और विशेषज्ञता के साथ विकास को सृजित करेगी।

FAQ

उत्तर :- 14 तेज गश्ती नौकाओं के अधिग्रहण

उत्तर:- मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड

उत्तर :- मझगांव डॉक (एमडीएसएल) के साथ 1070.47 करोड़ का अनुबंध किया गया
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