भारत शीघ्र ही न्यूजीलैंड के आकलैंड में अपना महावाणिज्य दूतावास खोलने जा रहा है। इस सन्दर्भ में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 27 दिसंबर 2023 को ऑकलैंड में भारत का महावाणिज्य दूतावास खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
वाणिज्य दूतावास 12 महीने के समय सीमा के भीतर कार्य प्रारंभ करेंगे :
- ऑकलैंड में भारत का महावाणिज्य दूतावास खुलने से भारत के राजनयिक पहुँच को और विस्तार मिलेगा।
- भारत की बढ़ती वैश्विक भागीदारी को देखते हुए भारत का राजनयिक प्रतिनिधित्व सुदृढ़ होगा। इससे भारत के रणनीतिक और वाणिज्यिक हितों को बढ़ावा देने और ऑकलैंड में रहने वाले भारतीय समुदाय का बेहतर ढंग से सहयोग कर पाने में भी सहायता होगी।
- ऑकलैंड के इस वाणिज्य दूतावास के 12 महीने की समय सीमा के भीतर खोले जाने और पुर्णतः क्रियान्वित किए जाने की संभावना है।
महावाणिज्य दूत की नियुक्ति हो सकेगी:
- वर्तमान में आकलैंड में भारत का एक वाणिज्य दूतावास क्रियाशील है। महावाणिज्य दूतावास के खुलने से महावाणिज्य दूत की नियुक्ति की जा सकेगी।
- महावाणिज्य दूत पद पर सामान्यतया भारतीय विदेश सेवा (आइएफएस) के अधिकारी को नियुक्त किया जाता है। आकलैंड में भारतीय महावाणिज्य दूतावास खुलने से भारत के रणनीतिक और वाणिज्यिक हितों को प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
- इससे आकलैंड में भारतीय मूल के लोगों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेगी। न्यूजीलैंड में भारतीय मूल के करीब ढाई लाख लोग रहते हैं। इनमें से 1.7 लाख लोग केवल आकलैंड में रहते हैं।
- भारत-न्यूजीलैंड व्यापार परिषद भी आकलैंड में स्थित है। जबकि भारतीय उच्चायोग न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में स्थित है। जहाँ भारत के उच्चायुक्त का कार्यालय स्थित है।
उच्चायुक्त और राजदूत के बारे में:
- ये दोनों ही राजनयिक होते हैं। दोनों पदों का उत्तरदायित्व देश का प्रतिनिधित्व करने की होती है। उच्चायुक्त शब्द किसी राष्ट्रमंडल देश में राजदूत के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जबकि राजदूत शब्द का उपयोग शेष देशों के लिए होता है।
- उदाहरण के लिए कनाडा में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले शख्स को उच्चायुक्त कहा जाता है। राष्टमंडल देशों में भारत के विदेश मंत्रालय कार्यालय को उच्चायोग कहते हैं।
- उच्चायुक्त, राजनियक संबंधों को बेहतर बनाए रखने की दिशा में काम करते हैं साथ ही साथ आर्थिक व व्यापारिक संबंधों को भी बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
- राष्टमंडल देशों को छोड़कर शेष देशों में भारत के प्रतिनिधि को राजदूत कहते हैं। उदाहरण के लिए जर्मनी में भारत के प्रतिनिधि को भारतीय राजदूत कहते हैं। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय के कार्यालय को राष्ट्रमंडल देशों के अलावा बाकी देशों में दूतावास के रूप में जाना जाता है।
न्यूजीलैंड के बारे में :
- राजधानी: वेलिंगटन
- मुद्रा: डॉलर
- प्रधानमंत्री: क्रिस्टोफ़र लक्सन