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सी-डॉट संयुक्त राष्ट्र के डब्ल्यूएसआईएस 2024 “चैंपियन” पुरस्कार से सम्मानित

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
C-DOT wins UN’s WSIS 2024 “Champion” Award Award and Honour 5 min read

भारत सरकार के प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान और विकास केंद्र, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डीओटी) ने संयुक्त राष्ट्र विश्व सूचना सोसायटी  पर शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूआईएसएस) 2024 पुरस्कार जीता है। सी-डॉट को पुरस्कार की घोषणा डबल्यूआईएसएस +20 फोरम हाई-लेवल इवेंट 2024 में की गई, जो 27 से 31 मई 2024 तक जिनेवा, स्विट्जरलैंड में आयोजित की गई थी।

भारतीय परिस्थितियों के लिए उपयुक्त दूरसंचार प्रौद्योगिकियों और उत्पादों को विकसित करके भारत में दूरसंचार क्रांति लाने के लिए भारत सरकार द्वारा 24 अगस्त 1984 को सी-डॉट की स्थापना की गई थी।

संयुक्त राष्ट्र डबल्यूआईएसएस +20 पुरस्कार

सी-डॉट परियोजना "सेल ब्रॉडकास्ट इमरजेंसी अलर्टिंग के माध्यम से मोबाइल-सक्षम आपदा लचीलापन" को एआई, सी-7, ई-पर्यावरण के तहत 'जीवन के सभी पहलुओं में लाभ - ई-पर्यावरण' की श्रेणी में 'चैंपियन' पुरस्कार मिला।

संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार डब्ल्यूएसआईएस परिणामों के कार्यान्वयन को मजबूत करने की दिशा में उत्कृष्ट योगदान के लिए सी-डॉट्स परियोजना को मान्यता देता है और सामाजिक प्रभाव के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए सी-डॉट की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

सी-डॉट्स की पुरस्कार विजेता प्रौद्योगिकी

सी-डॉट ने आपात स्थिति में वास्तविक समय पर संदेश पहुंचाने के लिए एक एंड-टू-एंड मोबाइल-सक्षम सेल ब्रॉडकास्ट इमरजेंसी अलर्टिंग प्लेटफॉर्म विकसित किया है। इस तकनीक के तहत  मोबाइल ऑपरेटर द्वारा मोबाइल सेल टावरों के माध्यम से विशिष्ट स्थानों के उपयोगकर्ताओं को एक टेक्स्ट संदेश भेजा जाता है। 

यह मूल रूप से प्राकृतिक आपदाओं, जैसे चक्रवात या भूकंप, या किसी अन्य आपातकालीन स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों में लोगो को भेजा जाता है।

सीडीओटी द्वारा विकसित यह तकनीक कई भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं में संदेश भेजने की क्षमता रखता है।

सूचना सोसायटी पर विश्व शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएसआईएस)+20 फोरम उच्च स्तरीय कार्यक्रम

सूचना सोसायटी पर विश्व शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएसआईएस)+20 फोरम उच्च-स्तरीय कार्यक्रम 2024 ने सूचना सोसायटी पर विश्व शिखर सम्मेलन के जिनेवा एक्शन प्लान 2003 के बीस वर्षों को चिह्नित किया।

डबल्यूआईएसएस  की जिनेवा एक्शन प्लान 2003 ने समावेशी, विकासोन्मुख सूचना और ज्ञान समाज के निर्माण की दृष्टि से वैश्विक डिजिटल सहयोग की रूपरेखा तय की है । 

जिनेवा शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य एक ऐसे सूचना समाज के निर्माण के लिए एक रोड मैप तैयार करना था जो सभी के लिए सुलभ हो।

तब से, जिनेवा 2003 कार्य योजना द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में हुई प्रगति की समीक्षा करने के लिए हर साल जिनेवा में डबल्यूआईएसएस +20 फोरम उच्च-स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। 

डबल्यूआईएसएस +20 फोरम उच्च-स्तरीय कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू ), संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को), और व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (उंक्टाड ) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा आयोजित किया जाता है। ।

सूचना समाज पर विश्व शिखर सम्मेलन के बारे में

अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) ने दुनिया भर में डिजिटल विभाजन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पहली बार 1998 में सूचना समाज पर विश्व शिखर सम्मेलन का प्रस्ताव रखा था। इंटरनेट पर संयुक्त राज्य अमेरिका का नियंत्रण होने से दुनिया भर में चिंता थी। कई देशों को लगता था की अमेरिकी सरकार और उसकी कंपनियों के अनुचित प्रभुत्व के कारण वे सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के लाभ से वंचित रह जायेंगे।

बाद में, इंटरनेट से संबंधित सार्वजनिक नीति मुद्दों को शामिल करने के लिए डबल्यूआईएसएस के एजेंडे का विस्तार किया गया।

संयुक्त राष्ट्र ने 2001 में इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और सूचना समाज पर पहला विश्व शिखर सम्मेलन 2003 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में आयोजित किया गया।

FAQ

उत्तर: जिनेवा, स्विट्जरलैंड।

उत्तर: सी-डॉट के सेल ब्रॉडकास्ट इमरजेंसी अलर्टिंग के माध्यम से मोबाइल-सक्षम आपदा लचीलापन ने पुरस्कार जीता।

उत्तर: यह एक एंड-टू-एंड मोबाइल-सक्षम टेक्स्ट मैसेजिंग सिस्टम है जो प्राकृतिक आपदा के कारण आपातकालीन स्थिति में मोबाइल ऑपरेटरों द्वारा उपयोगकर्ताओं को भेजा जाता है।

उत्तर: 2003 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में।
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