प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 अगस्त 2023 को घोषणा किया कि 23 अगस्त को अब से भारत में ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ और चंद्रयान-3 के लैंडिंग बिंदु को ‘पॉइंट शिवशक्ति’ के रूप में जाना जाएगा।
साथ ही पीएम मोदी ने घोषणा की कि वह बिंदु जहां चंद्रयान-2 ने अपनी छाप छोड़ी थी, उसे ‘तिरंगा पॉइंट’ (Tiranga Point) के रूप में जाना जाएगा।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ग्रीस से भारत लौटने पर 26 अगस्त 2023 को पहला पड़ाव बेंगलुरु था, जहां उन्होंने मून मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को बधाई दी और उनके साथ वार्ता की।
- इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (ISTRAC) में पीएम मोदी ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्रयान-3 के ऐतिहासिक लैंडिंग को अनंत ब्रह्मांड में भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास अंतरिक्ष यान उतारने वाला पहला देश बना दिया।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस:
- देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के महत्व को उजागर करने के लिए 1999 से 11 मई को ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’ मनाया जाता है। क्योंकि इसी दिवस को देश के वैज्ञानिकों द्वारा ‘वर्ष 1998 में सफल ‘पोखरण परीक्षण’ संभव हुआ।
- इसकी घोषणा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा किया गया था। प्रधानमंत्री वाजपेयी ने भारत के दुसरे परमाणु परिक्षण को ‘ओपरेशन शक्ति’ नाम दिया था।
- जबकि वर्ष 1974 (प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी) में हुए प्रथम परमाणु परिक्षण को ‘बुद्ध मुस्कुराए’ (स्मायलिंग बुद्धा) नाम दिया गया था।
- इसी अवसर पर उन्होंने भारत के दुसरे प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिया गया ‘नारा जय जवान जय किसान’ में ‘जय विज्ञान’ भी जोड़ा दिया था।
- ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’ का प्रथम आयोजन 11 मई, 1999 को मनाया गया था, इसका उद्देश्य भारतीय वैज्ञानिकों, इंजीनियरों की वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों का स्मरण करना है।
- प्रत्येक वर्ष भारतीय प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय) भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनके योगदान के लिए व्यक्तियों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करके इस दिवस को मनाया जाता है।