भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सिक्किम कांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने हाल ही में संपन्न क्रमशः अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधान सभा चुनावों में भारी जीत हासिल की है । भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश में 60 विधान सभा सीटों में से 46 सीटें जीतीं, जबकि एसकेएम ने सिक्किम विधान सभा की 32 में से 31 सीटें जीतीं। अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता में आई, जबकि एसकेएम सत्ता में दोबारा वापस आई।
18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए राष्ट्रीय आम चुनाव के पहले चरण के साथ-साथ 9 अप्रैल को अरुणाचल और सिक्किम विधान सभा के लिए चुनाव हुए। अरुणाचल और सिक्किम विधानसभा के लिए वोटों की गिनती 2 जून 2024 को हुई , जबकि लोकसभा के लिए वोटों की गिनती 4 जून 2024 को होगी।
11वीं अरुणाचल प्रदेश विधान सभा के गठन के लिए चुनाव 9 अप्रैल 2024 को हुआ था।
अरुणाचल प्रदेश में 60 सदस्यीय विधान सभा है। हालाँकि, चुनाव 50 सीटों के लिए हुआ था, क्योंकि 10 सीटें पर उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे निवर्तमान मुख्यमंत्री पेमा काहांडू के मुक्तो निर्वाचन क्षेत्र सहित सभी 10 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने निर्विरोध जीत हासिल की।
इन सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों के अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया. इसलिए, भाजपा उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।
जिन 50 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें से भाजपा ने 36 सीटें जीतीं, जिससे उसकी विधान सभा में सीटों की कुल संख्या 46 हो गई।
2019 के पिछले चुनाव में बीजेपी ने अरुणाचल विधानसभा में 41 सीटें जीती थीं।
भाजपा का वोट शेयर भी 2019 में 50.9 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 54.8 प्रतिशत हो गया।
कांग्रेस पार्टी, जो राज्य में हमेशा सत्ता में रही है इस बार सिर्फ एक सीट जीत पायी।
पेमा खांडू पहले कांग्रेस पार्टी में थे और 2016 में वे अपने 43 विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे ,तब से भाजपा राज्य में सत्ता में है।
2024 अरुणाचल विधान सभा चुनाव का अंतिम परिणाम।
राजनीतिक दल |
जीते गए कुल सीट |
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
46 |
नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) |
5 |
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट)-एनसीपी |
3 |
पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश (पीपीए) |
2 |
कांग्रेस (आई) |
1 |
निर्दलीय |
3 |
कुल |
60 |
एनपीपी, एनसीपी और पीपीए भाजपा के सहयोगी दल हैं और केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा हैं।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में सिक्किम कांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने 2024 सिक्किम विधान सभा चुनाव में भारी जीत हासिल की है। एसकेएम ने 32 विधानसभा सीटों में से 31 सीटें जीतीं।
2019 विधानसभा में एसकेएम के पास 17 सीटें थीं।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने अपनी रेनॉक सीट से एसडीएफ के सोम नाथ पौडयाल को 7,044 वोटों से हराकर आराम से जीत हासिल की।
11वीं सिक्किम विधानसभा के गठन के लिए चुनाव 19 अप्रैल 2024 को हुआ था।
पांच बार के पूर्व सीएम पवन चामलिंग को हार
सिक्किम के पांच बार के मुख्यमंत्री और आठ बार के विधायक सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के पवन कुमार चामलिंग, पोकलोक कामरंग और नामचेयबंग दोनों विधानसभा क्षेत्रों से हार चुनाव गए। पवन चामलिंग 1994 से 2019 तक सिक्किम के मुख्यमंत्री थे।
पवन चामलिंग भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहें है । वह 24 वर्षों से अधिक समय तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे।
बीजू जनता दल के नवीन पटनायक और ओडिशा के निवर्तमान मुख्यमंत्री, भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहें हैं।
एसडीएफ के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रसिद्ध पूर्व भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी बाइचुंग भूटिया चुनाव हार गए।
राजनीतिक दल |
जीते गए कुल सीट |
सिक्किम कांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) |
31 |
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ़) |
1 |
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
0 |
कांग्रेस (आई) |
0 |
कुल |
60 |
अप्रैल-जून 2024 में 18वीं लोकसभा के गठन के लिए आम चुनाव के साथ-साथ चार राज्यों में भी विधानसभा चुनाव हुए थे ।
नई राज्य विधानसभा के चुनाव के लिए आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में मतदान हुए थे।
प्रारंभ में, भारत निर्वाचन आयोग ने घोषणा की थी कि विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती लोकसभा के साथ 4 जून को की जाएगी।
बाद में चुनाव आयोग ने अरुणाचल और सिक्किम विधानसभाओं की गिनती की तारीख बदलकर 2 जून कर दी, क्योंकि इन दोनों राज्यों में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 2 जून 2024 को खत्म होना था।