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अनिल कुमार लाहोटी बने दूर संचार नियामक ट्राई के नए चेयरमैन

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
Anil Kumar Lahoti becomes the new chairman of telecom regulator TRAI Appointment 4 min read

रेलवे बोर्ड के पूर्व प्रमुख अनिल कुमार लाहोटी को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इससे पूर्व ट्राई के पूर्व अध्यक्ष पीडी वाघेला का कार्यकाल समाप्त हो गया है। पीडी वाघेला के बाद यह पद लगभग 4 महीने से खाली था।

अनिल कुमार लाहोटी तीन वर्ष तक रहेंगे प्रमुख:   

  • अनिल कुमार लाहोटी को कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अगले तीन वर्षो के लिए ट्राई के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। लाहोटी कार्यभार संभालने की तारीख से अगले तीन वर्ष के लिए ट्राई के अध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे।

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के बारे में: 

  • ट्राई की स्थापना 20 फरवरी, 1997 को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण अधिनियम, 1997 द्वारा की गई थी।

ट्राई का उद्देश्य:

  • ट्राई का उद्देश्य एक स्वच्छ और पारदर्शी वातावरण का निर्माण करना है जिससे कंपनियों के मध्य निष्पक्ष और स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा हो सकें।
  • ट्राई का मिशन देश में दूरसंचार के विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करना एवं इसे बेहतर बनाना है।
  • ट्राई दूरसंचार सेवाओं के लिए टैरिफ के निर्धारण/संशोधन सहित दूरसंचार सेवाओं को नियंत्रित करता है जो पहले केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार में आता था।
  • ट्राई का मुख्यालय: नई दिल्ली

ट्राई की संरचना: 

  • ट्राई में एक अध्यक्ष, दो पूर्णकालिक सदस्य और दो अंशकालिक सदस्य होते हैं। इनकी नियुक्ति भारत सरकार द्वारा की जाती है।
  • अध्यक्ष और अन्य सदस्य तीन वर्ष की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु, जो भी पहले हो, तक अपने पद पर बने रहेंगे।
  • ट्राई का अध्यक्ष: अध्यक्ष के पास सामान्य अधीक्षण की शक्तियाँ होती हैं। वह ट्राई की बैठकों की अध्यक्षता करता है।
  • ट्राई का उपाध्यक्ष: केंद्र सरकार प्राधिकरण के सदस्यों में से एक को ट्राई के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त कर सकती है।
  • उपाध्यक्ष, अध्यक्ष की अनुपस्थिति में अध्यक्ष की शक्तियों , कार्यों का प्रयोग और निर्वहन करता है।

ट्राई के सदस्यों को हटाने की प्रक्रिया: 

  • केंद्र सरकार को ट्राई के किसी भी सदस्य को हटाने का अधिकार है, यदि वह:
    • दिवालिया घोषित किया गया है।
    • एक ऐसे अपराध के लिए दोषी ठहराया गया है, जिसमें नैतिक अधमता शामिल है।
    • सदस्य के रूप में कार्य करने में शारीरिक या मानसिक तौर पर अक्षम हो गया है।
    • अपने पद का दुरुपयोग किया है तथा उनके पद पर बने रहने से जनहित पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

ट्राई का कार्य: 

  • ट्राई का कार्य निम्नलिखित मामलों पर सिफारिशें करना है:
    • नए सेवा प्रदाता की शुरुआत की आवश्यकता।
    • सेवा प्रदाताओं द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में तकनीकी सुधार।
    • लाइसेंस के नियमों और शर्तों का पालन न करने पर लाइसेंस का निरसन।
    • प्रतिस्पर्द्धा को निष्पक्ष बनाने के उपाय और दूरसंचार सेवाओं के संचालन में दक्षता को बढ़ावा देना ताकि उनके विकास को सुगम बनाया जा सके।

FAQ

उत्तर :- अनिल कुमार लाहोटी

उत्तर :- पीडी वाघेला

उत्तर :- नई दिल्ली।

उत्तर :- ट्राई के अध्यक्ष और अन्य सदस्य तीन वर्ष की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु, जो भी पहले हो, तक अपने पद पर बने रहेंगे।
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