जापान-भारत समुद्री अभ्यास (जिमेक्स-24) का 8वां संस्करण जापान के योकोसुका में शुरू हो गया है। जिमेक्स-24 अभ्यास की मेजबानी जापान मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स (जेएमएसडीएफ़ ) द्वारा की जा रही है। जापानी नौसेना को जापानमैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स कहा जाता है।
भारतीय नौसेना का स्वदेश निर्मित स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक जिमेक्स-24 अभ्यास में भाग ले रहा है। जेएमएसडीएफ का प्रतिनिधित्व इसके गाइडेड मिसाइल विध्वंसक जेएस युगिरी द्वारा किया जाता है।
इस अभ्यास में बंदरगाह और समुद्री दोनों चरण शामिल होंगे। बंदरगाह चरण का मुख्य उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के नाविकों के बीच संबंधों को मजबूत करना है। इसमे नौसैन्य गतिविधियों से सबंधित, खेल व सामाजिक जुड़ाव के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
समुद्री चरण का अभ्यास दोनों नौसेनाओं के युद्ध कौशल का परीक्षण करेगा। इसका लक्ष्य सतह, उप-सतह और वायु डोमेन में जटिल बहु-अनुशासन संचालन के माध्यम से अपने अंतर-क्षमता कौशल को बढ़ाना होगा। भारत और नौसेना के बीच नियमित अभ्यास दोनों देशों के अपने रक्षा संबंधों को मजबूत करने के प्रयास का हिस्सा है।
भारत और जापान के बीच घनिष्ठ राजनीतिक संबंध हैं। भारतीय रक्षा बल नियमित रूप से जापानी रक्षा बल के साथ सैन्य अभ्यास करते हैं। दोनों देशों के द्वारा किए जाने वाले सैन्य अभ्यास इस प्रकार हैं:
जिमेक्स दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच एक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है। इसकी शुरुआत 2012 में जापान में हुई थी। जुलाई 2023 में विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना द्वारा 7वें जिमेक्स-23 की मेजबानी की गई थी।
धर्म गार्जियन भारतीय सेना और जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स (जापान की थल सेना ) के बीच आयोजित एक वार्षिक सैन्य अभ्यास है। धर्म गार्जियन अभ्यास 2018 में शुरू किया गया था और भारत में आयोजित किया गया था।
यह अभ्यास वैकल्पिक रूप से भारत और जापान में आयोजित किया जाता है।
5वां धर्म गार्जियन अभ्यास फरवरी/मार्च 2024 में राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया था।
वीर गार्जियन भारतीय वायु सेना और जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (जापान की वायु सेना ) का एक संयुक्त सैन्य अभ्यास है। पहला वीर गार्जियन अभ्यास 12 से 26 जनवरी 2023 तक जापान के हयाकुरी एयर बेस पर आयोजित किया गया था।