भारतीय नौसेना का तीन महीने तक चलने वाला विशाल युद्धक्षेत्र स्तरीय परिचालन अभ्यास (ट्रोपेक्स) 2025 मार्च के शुरुवाती सप्ताह में संपन्न हुआ। सी विजिल अभ्यास के सफल समापन के बाद जनवरी 2025 में शुरू होने वाला द्विवार्षिक ट्रोपेक्स अभ्यास हिन्द महासागर में विशेष रूप से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र में भारतीय नौसेना की युद्ध क्षमता को बढ़ाने पर केंद्रित था।
यह अभ्यास बंदरगाह और समुद्री दोनों चरणों में आयोजित किया गया था। अभ्यास में एम्फेक्स- एक उभयचर अभ्यास, लक्ष्य पर आयुध की सटीक डिलीवरी पर केंद्रित एक संयुक्त कार्य चरण, साइबर और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और एक सामरिक चरण शामिल थे।
सेना में थिएटर का मतलब ऐसा क्षेत्र होता है, जहां भविष्य में युद्ध या लड़ाई होने की संभावना हो। युद्ध का मैदान पानी, हवा या जमीन पर हो सकता है। भारतीय नौसेना का मुख्य उद्देश्य भारत को समुद्र से आने वाले खतरों से बचाना है।
भारतीय नौसेना के ट्रोपेक्स 2025 अभ्यास का क्षेत्र अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक हिंद महासागर में फैला हुआ था।
अभ्यास क्षेत्र, उत्तर से दक्षिण तक लगभग 4300 समुद्री मील से लेकर 35 डिग्री दक्षिण अक्षांश तक फैला हुआ था और पश्चिम में होर्मुज जलडमरूमध्य से लेकर पूर्व में सुंडा और लोम्बोक जलडमरूमध्य तक 5000 समुद्री मील की क्षेत्र तक फेला हुआ था।
ट्रॉपेक्स अभ्यास भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित एक द्विवार्षिक अभ्यास है।
पहला ट्रॉपेक्स अभ्यास 2003 में आयोजित किया गया था और तब से यह हर दो साल में आयोजित किया जा रहा है।
ट्रॉपेक्स अभ्यास मुख्य रूप से भारतीय नौसेना का अभ्यास है जिसमें भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल की इकाइयाँ भाग लेती हैं।
भारतीय नौसेना ने 65 जहाज, 09 पनडुब्बियाँ और विभिन्न प्रकार के 80 से अधिक विमान तैनात किए।
भारतीय नौसेना ने अपने स्वदेशी विमानवाहक पोत विक्रांत, विशाखापत्तनम और कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक, कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियाँ और विमान बेड़े में मिग 29के, पी P8आई समुद्री टोही विमान, दूर से संचालित विमान प्रणाली एमक्यू -9बी सी गार्जियन और एमएच -60आर सीहॉक हेलीकॉप्टर तैनात किए।
अन्य बलों की तैनाती
सशस्त्र बलों के बीच अंतर-संचालन पर सरकार के जोर और एकीकृत थिएटर कमांड की भविष्य के योजना को ध्यान रखते हुए, इस अभ्यास में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना ने ट्रॉपेक्स अभ्यास में अपने हथियार प्रणाली और कर्मियों को तैनात किया।
भारतीय सेना ने 600 से अधिक सैनिकों की पैदल सेना ब्रिगेड को तैनात किया।
भारतीय वायु सेना ने अपने सुखोई-30, जगुआर लड़ाकू विमान , परिवहन विमान सी-130, फ्लाइट रिफ्यूलर विमान और एडबल्यूएसीएस (AWACS) विमान तैनात किए।
भारतीय तटरक्षक बल ने इस बार भ्यास में अपने 10 जहाजों को तैनात किया।