प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधन के दौरान घोषणा किया कि सरकार गांवों में 2 करोड़ 'लखपति दीदी' बनाने के लक्ष्य के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के साथ काम कर रही है।
वर्तमान में देश में करीब 10 करोड़ महिलाएं महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं। वर्तमान में गांवों में, कोई भी बैंक में, आंगनवाड़ी में और दवा उपलब्ध कराने वाली दीदी को देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कृषि-तकनीक के सन्दर्भ में बात की और ग्रामीण विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की क्षमता का लाभ उठाने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन के संचालन और मरम्मत के लिए ऋण और प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "ड्रोन की उड़ान" इन महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा की जाएगी।
महिलाओं को प्लंबिंग, एलईडी बल्ब बनाने व ड्रोन के संचालन और मरम्मत जैसे कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सूक्ष्म उद्यम आरंभ करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
प्रधानमंत्री ने इस सन्दर्भ में कहा था कि गांवों में दो करोड़ लखपति दीदी बनाना मेरा सपना है।
'लखपति दीदी' योजना कुछ राज्यों में पूर्व से ही कार्यान्वित है। अब सरकार इसके तहत दो करोड़ महिलाओं को प्रशिक्षित करने की योजना बना रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि अब देखने में आ रहा है कि पुरुषों से अधिक महिलाएं स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) की पढ़ाई कर रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने उदाहरण के तौर पर कहा कि चंद्रयान मिशन का नेतृत्व भी एक महिला वैज्ञानिक के हाथ में ही है।
जी-20 ने भी भारत के महिला नेतृत्व वाले विकास के दृष्टिकोण को स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करना हर किसी की ज़िम्मेदारी है कि हमारी बेटियों के खिलाफ कोई अत्याचार न हो।
आलेख से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न:
Qus. 1. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कितनी संख्या में 'लखपति दीदी' बनाने की घोषणा किया है? - 2 करोड़ लखपति दीदी
Qus. 2. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किस क्षेत्र में 2 करोड़ 'लखपति दीदी' बनाने की घोषणा किया है? - ग्रामीण क्षेत्र