केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह ने 10 अगस्त 2023 को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी दी कि भारत सरकार ने 21 नए ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों की स्थापना हेतु सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान किए हैं।
इन 21 नए ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों में से 12 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों ने अपना परिचालन आरंभ भी कर दिया है।
इस सन्दर्भ में भारत सरकार ने देश में ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों के विकास के लिए एक ग्रीनफील्ड हवाईअड्डा (जीएफए) नीति, 2008 भी तैयार की है।
इस नीति के अनुसार, यदि राज्य सरकार सहित कोई विकासकर्ता हवाई अड्डा विकसित करना चाहता है, तो उन्हें उपयुक्त स्थल की पहचान करनी होगी और हवाई अड्डे के निर्माण के लिए पूर्व-व्यवहार्यता अध्ययन कराना होगा और सैद्धांतिक अनुमोदन के बाद स्थल स्वीकृति के लिए केन्द्र सरकार को एक प्रस्ताव प्रस्तुत करना होगा।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और अन्य हवाईअड्डा संचालकों ने 2019-24 के दौरान 98,000 करोड़ रुपये से अधिक के पूंजीगत व्यय की योजना आरंभ की है, जिसमें विभिन्न ब्राउनफील्ड हवाई अड्डों के विकास/उन्नयन/आधुनिकीकरण और बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों का विकास करना शामिल है जिसमें एएआई की लगभग 25000 करोड़ रुपये की राशि भी शामिल हैं।
इसके अलावा, देश में अभी तक वंचित और कम सेवित हवाई अड्डों से क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ाने के लिए, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 21 अक्टूबर, 2016 को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) - उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) आरंभ की, जिससे हवाई यात्रा आम लोगों के लिए सस्ती हो गई।
अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए निश्चित मानक:
अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ), अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) आदि जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा विनिर्दिष्ट अंतर्राष्ट्रीय मानकों/मानदंडों को पूरा करने के लिए हवाई अड्डों का उन्नयन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण या संबंधित हवाईअड्डा संचालकों द्वारा वाणिज्यिक पहलू, यात्री आवश्यकताओं, भूमि की स्थिति और एयरलाइन प्राथमिकताओं सहित विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाता है।
किसी हवाईअड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के रूप में घोषित करना यातायात संभाव्यता, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के प्रचालन के लिए एयरलाइनों की मांग और द्विपक्षीय हवाई सेवा करार पर निर्भर करता है।
इसमें ग्राउंड लाइटिंग सुविधाओं, इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम, रनवे की लंबाई, इमिग्रेशन, स्वास्थ्य और पशु एवं पादप संगरोध सेवाओं आदि का प्रावधान भी शामिल है।
वर्तमान में, देश में 30 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं।
हवाई अड्डे से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
भारत का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा:- इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली हैl यात्रियों की क्षमता के अनुसार यह भारत का सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डा हैl
क्षेत्रफल की दृष्टी से भारत का सबसे बड़ा अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा:- राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, शमशाबाद (हैदराबाद) है, जो 5,495 एकड़ में फैला है। इस अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा को 23 मार्च 2008 को आरंभ किया गयाl
त्रिची का हवाई अड्डा भारत का सबसे छोटा हवाई अड्डा है।
इलाहाबाद हवाई अड्डा या बमरौली हवाई अड्डा इलाहाबाद में स्थित है। यह भारत का पहला हवाई अड्डा है। इलाहाबाद हवाई अड्डा 1919 में बनाया गया थाl
जुहू हवाई अड्डा भारत का पहला नागरिक हवाई अड्डा है, यह मुंबई में स्थित है, इसे 1928 में विलेपार्ले एविएशन क्लब के नाम से खोला गया था, 15 अक्टूबर 1932 को भारत की पहली नागरिक उड़ान कराची के लिए रवाना हुई, इसमें उड़ान जे आरडी टाटा, जिसे भारत में उड्डयन उद्योग के पितामह माना जाता है, ने खुद उड़ान भरी।
कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, केरल पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत विकसित दुनिया का पहला 100% सौर ऊर्जा से संचालित पहला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
अक्टूबर, 2020 में पुडुचेरी हवाई अड्डा पूर्णत: सौर ऊर्जा से संचालित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) का पहला हवाई अड्डा बना।
कुशोक बकुला रिम्पोची, लद्दाख 3256 मीटर पर भारत का सबसे ऊँचा और दुनिया का 22 वां सबसे ऊंचा वाणिज्यिक हवाई अड्डा है।
दाओचेंग येडिंग हवाई अड्डा चीन के सिचुआन प्रांत में स्थित दुनिया का सबसे ऊँचा हवाई अड्डा है।
भारत के दो राज्यों, केरल और तमिलनाडु में सबसे अधिक चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं।
कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय उड़ान की अनुमति मिलने के बाद यूपी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है।
उत्तर प्रदेश में, वर्तमान में कुल 9 हवाई अड्डे हैं, जिसमें तीन अंतरराष्ट्रीय और छह घरेलू हवाई अड्डा।
लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, वाराणसी
चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, लखनऊ
कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई