पीएसएलवी सी 58 से देश का पहला पोलरिमेट्री मिशन: XPoSat लॉन्च
Utkarsh ClassesLast Updated
07-02-2025
Science
4 min read
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा 1 जनवरी 2024 को सुबह 9:10 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा से देश का पहला पोलारिमेट्री मिशन XPoSat लॉन्च किया गया।
इसे पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल PSLV-C58 से लॉन्च किया गया है।
इस मिशन में एक्सोसैट के साथ 10 अन्य उपग्रहों को भी पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित करने के लिए पीएसएलवी-सी58 से प्रक्षेपित किया गया है।
लॉन्च के 21 मिनट बाद ही उपग्रह पृथ्वी की 650 Km ऊपर की अपनी निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित हो गया है।
2021 में लॉन्च किए गए NASA के इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर (IXPE) के लॉन्चिंग के बाद XPoSat भारत का पहला और दुनिया का दूसरा पोलारिमेट्री मिशन है।
एक्स-रे पोलरिमेट्री सैटेलाइट (XPoSat) के बारे में:
एक्सपोसैट (XPoSat) का अर्थ एक्स-रे ध्रुवणमापी उपग्रह है।
एक्सपोसैट को इसरो और रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट (RRI), बंगलूरू, कर्नाटक के सहयोग से विकसित किया गया है।
इसरो के अनुसार, "XPoSat चरम स्थितियों में चमकीले खगोलीय एक्स-रे स्रोतों की विभिन्न गतिकी का अध्ययन करेगा"।
XPoSat का लक्ष्य ब्रह्मांड के 50 सबसे चमकीले स्रोतों की स्टडी करना है।
इनमें पल्सर, ब्लैक होल एक्स-रे बायनरिज, एक्टिव गैलेक्टिक न्यूक्लि, न्यूट्रॉन स्टार्स और नॉन-थर्मल सुपरनोवा के बचे हुए हिस्से शामिल हैं।
सैटेलाइट का जीवन लगभग पाँच वर्ष का होगा।
अंतरिक्ष यान पृथ्वी की निचली कक्षा में दो वैज्ञानिक पेलोड ले जाएगा:
पोलिक्स (एक्स-रे में ध्रुवणमापी उपकरण): पोलिक्स खगोलीय स्रोतों से उत्पन्न होने वाले 8-30 केवी फोटॉन के मध्यम एक्स-रे ऊर्जा रेंज में ध्रुवणमापी प्राचल (ध्रुवीकरण की डिग्री और कोण) जैसे ध्रुवीकरण मापदंडों का मापन करेगा।
XSPECT (एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी और टाइमिंग) पेलोड:यह 0.8-15 केवी की ऊर्जा सीमा में स्पेक्ट्रोस्कोपिक जानकारी देगा।
XSPECT पेलोड, यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC), इसरो द्वारा विकसित किया गया है।
इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर (IXPE) के बारे में:
इसे 9 दिसंबर 2021 को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था ।
IXPE वेधशाला नासा और इटालियन अंतरिक्ष एजेंसी का एक संयुक्त प्रयास है।
इसे स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट से इसकी कक्षा में भेजा गया था ।
यह "ब्रह्मांड में सुदूर और रहस्यमय पिंडों- सुपरनोवा अवशेष, सुपरमैसिव ब्लैक होल और दर्जनों अन्य उच्च-ऊर्जा पिंडों का अध्ययन करता है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो):
इसरो भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के तहत कार्यरत एक अंतरिक्ष एजेंसी है ।
स्थापना - 15 अगस्त 1969
पहले इसरो को भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति के नाम से जाना जाता था, जिसे डॉ. विक्रम ए. साराभाई की दूरदर्शिता पर 1962 में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था।
अध्यक्ष - एस सोमनाथ
मुख्यालय - बेंगलुरु, कर्नाटक
FAQ
Ans. देश का पहला पोलरिमेट्री मिशन: XPoSat, 1 जनवरी 2024 को सुबह 9:10 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा ।
Ans. इसे पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल PSLV-C58 से लॉन्च किया जाएगा।
Ans. NASA का इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर (IXPE) दुनिया का पहला पोलारिमेट्री मिशन है।
Ans. XPoSat को इसरो और रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट (RRI), बंगलूरू, कर्नाटक के सहयोग से विकसित किया गया है।
Ans. इसे 9 दिसंबर 2021 को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था।
Ans. देश का पहला पोलरिमेट्री मिशन: XPoSat, 1 जनवरी 2024 को सुबह 9:10 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया।
Ans. इसे पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल PSLV-C58 से लॉन्च किया गया।
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