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दुनिया के पहले पोर्टेबल अस्पताल 'आरोग्य मैत्री एड क्यूब' का अनावरण

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
World's First Portable Hospital 'Arogya Maitri Aid Cube' Unveiled Science and Technology 5 min read

दुनिया के पहले पोर्टेबल अस्पताल, 'आरोग्य मैत्री एड क्यूब' का 2 दिसंबर 2023 को गुरुग्राम (हरियाणा) में अनावरण किया गया।

आरोग्य मैत्री सहायता क्यूब के बारे में:

  • यह दुनिया का पहला पोर्टेबल अस्पताल है । 
  • तिरुवनंतपुरम, केरल स्थित भारत सरकार की कंपनी, एचएलएल लाइफ केयर आरोग्य मैत्री क्यूब के निर्माण के लिए नोडल एजेंसी है।
  • प्रोजेक्ट भीष्म ( सहयोग हित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल ) के तहत स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया , मॉड्यूलर आघात प्रबंधन और सहायता प्रणाली 72 अलग करने योग्य मिनी-क्यूब्स से बना है। प्रत्येक आपातकालीन प्रतिक्रिया और मानवीय प्रयासों के लिए एक विशेष स्टेशन है ।
  • इसमें एक मिनी-आईसीयू, एक ऑपरेशन थिएटर, खाना पकाने का स्टेशन, भोजन, पानी, एक बिजली जनरेटर, रक्त परीक्षण उपकरण, एक एक्स-रे मशीन जैसे चिकित्सा उपकरण और आपूर्ति शामिल है ।
  • यह पोर्टेबल अस्पताल गोली लगने, जलने, सिर, रीढ़ की हड्डी और छाती की चोटों, छोटी सर्जरी, फ्रैक्चर और बड़े रक्तस्राव का उपचार कर सकता है।
  • यह 200 से अधिक रोगियों का इलाज कर सकता है । 
  • ये क्यूब हल्के और पोर्टेबल हैं , और इन्हें एयरड्रॉप से ​​लेकर ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन तक कहीं भी त्वरित रूप से तैनात किया जा सकता है।
  • इस अस्पताल को महज आठ मिनट में तैयार कर मरीजों का इलाज शुरू किया जा सकता है।
  • एक अस्पताल को तैयार करने में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत आती है।
  • यह अस्पताल हवाई रूट के जरिए, ज़मीन से या समंदर के रास्ते कहीं भी भेजा जा सकता है I 
  • इस अस्पताल को बनाने का जिम्मा एक साल पहले रक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय को दिया गया था I 

डिज़ाइन :

  • इसमें 72 क्यूब्स होते हैं जिनमें 36 मिनी-क्यूब्स को समायोजित करके एक विशेष पिंजड़ा या अस्थायी निवास बनाया जा सकता है । ये मिनी-क्यूब्स 48 घंटों की अवधि के लिए 100 व्यक्तियों के जीवित रहने के लिए आवश्यक सभी चीजों से परिपूर्ण हैं।
  • इसमें दो मास्टर क्यूब्स को आपस में जुड़े रहने के लिए डिज़ाइन किया गया है,  जिससे उनमें अधिकतम 200 जीवित बचे लोगों को रखा जा सके । प्रत्येक मास्टर क्यूब, जिसमें 36 मिनी-क्यूब शामिल हैं, का कुल वजन 750 किलोग्राम से कम है।
  • यह रूबिक क्यूब अवधारणा पर निर्भर करता है और प्रत्येक क्यूब को 20 किलोग्राम से कम वजन के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि इसे मैन्युअल रूप से आसानी से लाया और ले-जाया जा सके।
  • संरचना में एक टैबलेट-आधारित एप्लिकेशन भी शामिल होगा जो सभी 72 क्यूब्स को संचालित करेगा।

प्रोजेक्ट भीष्म” (सहयोग हित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल)

  • फरवरी 2020 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय रक्षा मंत्रालय से आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य और चिकित्सा देखभाल में कुछ मौलिक और अद्वितीय बनाने के लिए कहा।
  • रक्षा मंत्रालय ने एयर वाइस मार्शल तन्मय रॉय की अध्यक्षता में भीष्म पर एक टास्क फोर्स की स्थापना की। 
  • टास्क फोर्स का लक्ष्य एक बहुमुखी और मोबाइल चिकित्सा सुविधा बनाना था जिसे प्राकृतिक आपदाओं, मानवीय संकटों और तीव्र संघर्षों के दौरान तेजी से तैनात किया जा सके।
  • टास्क फोर्स ने 'आरोग्य मैत्री क्यूब' की संकल्पना की।
  • आरोग्य मैत्री क्यूब का पहली बार अनावरण जी 20 स्वास्थ्य मंत्री की बैठक के दौरान जुलाई 2023 में गांधीनगर, गुजरात में आयोजित मेड टेक एक्सपो में किया गया था। आरोग्य मैतिर क्यूब सबसे पहले म्यांमार के अधिकारियों को पेश किया गया था।

FAQ

Ans. गुरुग्राम (हरियाणा) में दुनिया के पहले पोर्टेबल अस्पताल, 'आरोग्य मैत्री एड क्यूब' का अनावरण किया गया।

Ans. प्रोजेक्ट भीष्म ( सहयोग हित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल ) तहत पोर्टेबल अस्पताल, 'आरोग्य मैत्री एड क्यूब' की शुरुआत की गयी है।

Ans. 'आरोग्य मैत्री एड क्यूब' में 72 क्यूब्स होते हैं I
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