विश्व क्षय रोग दिवस 2024 : तिथि, थीम, इतिहास और महत्व
Utkarsh ClassesLast Updated
07-02-2025
Important Day
4 min read
प्रति वर्ष 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस मनाया जाता है। यह दिवस वैश्विक स्तर पर क्षय या तपेदिक रोग के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए मनाया जाता है। तपेदिक, एक संक्रामक रोग है जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है।
विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस 2024 का थीम:
इस वर्ष 2024 विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस का थीम ‘यस; वी कैन एंड टीबी’ (Yes! We can end TB)।इस विषय से तात्पर्य निरंतर प्रयासों और जागरूकता अभियानों के साथ, दुनिया की सबसे घातक बीमारी को खत्म करना है।
विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस का इतिहास:
24 मार्च, 1882 को तपेदिक के विरुद्ध एक महत्वपूर्ण तारीख माना जाता है। क्योंकि इसी दिन डॉ रॉबर्ट कोच ने टीबी बैक्टीरिया की खोज की थी।
इस अभूतपूर्व घोषणा से बीमारी की बेहतर समझ, निदान और अंततः उपचार संभव हुआ।
रॉबर्ट कोच की खोज के ठीक सौ वर्ष बाद इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट ट्यूबरकुलोसिस एंड लंग डिजीज (आईयूएटीएलडी) ने 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था।
इस तरह से पहला विश्व टीबी दिवस आधिकारिक तौर पर 1983 में मनाया गया था। तब से यह 24 मार्च को एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाया जाता है।
विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस का महत्व:
यह दिवस तपेदिक के उपचार रणनीतियों, रोकथाम के तरीकों और जागरूकता पर अनुसंधान और निवेश जारी रखने के लिए एक वार्षिक कार्यक्रम है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अनुमान है कि वैश्विक आबादी का लगभग एक चौथाई हिस्सा टीबी बैक्टीरिया से संक्रमित हो गया है।
टीबी से संक्रमित लगभग 5-10% लोगों में अंततः लक्षण दिखाई देंगे और उनमें टीबी रोग विकसित हो जाएगा।
टीबी रोग का इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है। इलाज के बिना यह घातक हो सकता है।
क्षय रोग (टीबी) से बचाव के तरीके:
यह एक संक्रामक रोग है जो आमतौर पर माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (एमटीबी) बैक्टीरिया के कारण होता है। इसका जीवाणु प्रभावित लोगों से अन्य लोगों में नहीं फैले इसके लिए निम्न उपाय करना चाहिए:
अच्छी स्वच्छता अपनाना
अन्य लोगों के संपर्क से बचना
मास्क पहनना
खांसते या छींकते समय अपना मुंह और नाक ढंकना
क्षय रोग (टीबी) के बारे में:
क्षय रोग ‘माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस’ नामक जीवाणु के कारण होता है। यह लगभग 200 सदस्यों वाले ‘माइकोबैक्टीरियासी परिवार’ से संबंधित है।
कुछ माइकोबैक्टीरिया मनुष्यों में टीबी और कुष्ठ रोग का कारण बनते हैं। यह काफी व्यापक स्तर पर जानवरों को संक्रमित करते हैं।
टीबी, मनुष्यों में सबसे अधिक फेफड़ों (पल्मोनरी टीबी) को प्रभावित करता है, लेकिन यह अन्य अंगों (एक्स्ट्रा-पल्मोनरी टीबी) को भी प्रभावित कर सकता है।
क्षय रोग एक बहुत ही प्राचीन रोग है। मिस्र में तकरीबन 3000 ईसा पूर्व में इसके अस्तित्व में होने का प्रमाण मिला था।
वर्तमान में टीबी एक इलाज योग्य रोग है।
क्षय रोग का फैलाव:
यह हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जब ‘पल्मोनरी टीबी’ से पीड़ित कोई व्यक्ति खाँसता, छींकता या थूकता है, तो वह टीबी के कीटाणुओं को हवा में फैला देता है। जिससे अन्य कई लोग प्रभावित होते हैं।
क्षय रोग का लक्षण:
‘पल्मोनरी टीबी’ के सामान्य लक्षणों में निम्नलिखित को शामिल किया जा सकता है:
बलगम के साथ खाँसी और कई बार खून आना
सीने में दर्द
कमज़ोरी
वज़न कम होना
बुखार और रात को पसीना आना
FAQ
उत्तर : 24 मार्च
उत्तर : ‘यस; वी कैन एंड टीबी’ (Yes! We can end TB)।
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