प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वतन को जानो' यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत नई दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के 250 छात्रों से बातचीत की। इन छात्रों को देश भ्रमण कराया जाएगा ताकि अपने गौरवशाली संस्कृति और समाज से रूबरू हो सकें। वर्तमान में, छात्र अपनी 12-दिवसीय एक्सपोजर विजिट के लिए दिल्ली, अजमेर, जयपुर और अन्य गंतव्यों की यात्रा कर रहे हैं।
वतन को जानो कार्यक्रम का शुभारंभ
- समाज कल्याण विभाग की आयुक्त सचिव शीतल नंदा ने वतन को जानो कार्यक्रम के तहत छात्र समूह और दस समन्वयकों और देखभालकर्ताओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
- जम्मू और कश्मीर पुनर्वास परिषद, केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ साझेदारी में, "वतन को जानो" कार्यक्रम का आयोजन कर रही है।
वतन को जानो कार्यक्रम के बारे में
- वतन को जानो कार्यक्रम गृह मंत्रालय, केंद्र सरकार (कश्मीर शाखा) और जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्वास परिषद के समाज कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से प्रायोजित है।
- इसका उद्देश्य भाग लेने वाले छात्रों को देश के विभिन्न भागों की यात्राएं कराना है, जिससे वे भारत के सांस्कृतिक वैविध्य से परिचित हों और और देश के अलग-अलग भागों से जुड़ाव महसूस करें।
- युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं को मुख्य धारा में शामिल करना है।
- 'वतन को जानो' यूथ एक्सचेंज प्रोजेक्ट में प्रतिभागियों को भारत की समृद्ध सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत का व्यवहारिक और व्यक्तिगत अनुभव मिलता है।
वतन को जानो कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य
- वतन को जानो यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं को देश की मुख्य धारा से जोड़ना है।
- यह विशेष रूप से उग्रवाद से प्रभावित उन लोगों पर ध्यान केंद्रित करता है जो पैरिश होम्स और पलाश जैसी समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सुविधाओं या कैम्पों में रहते हैं।
जम्मू और कश्मीर के बारे में
- जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 के तहत 31 अक्टूबर, 2019 को जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का निर्माण किया गया।
- केंद्रशासित प्रदेश पूर्व और उत्तर में लद्दाख और पश्चिम में पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है।
- जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश वर्तमान में भारतीय संविधान द्वारा शासित होता है। भारत के किसी भी भू भाग की तरह जम्मू और कश्मीर मे भी एक समान नियम और कानून लागू होंगे।