केंद्रीय वस्त्र, वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले तथा खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने 21 अक्टूबर 2023 को कस्तूरी कॉटन भारत की वेबसाइट https://kasturicotton.texprocil.org लॉन्च की। यह वेबसाइट इन पहलों पर आवश्यक जानकारी और अपडेट के लिए एक डिजिटल मंच प्रदान करती है।
- कस्तूरी कॉटन भारत ब्रांड के उत्पादन के लिए जिनर (रूई ओटने की मशीन चलाने वाले) हेतु पंजीकरण प्रक्रिया और इसकी प्रक्रियाओं, जो ब्रांडेड भारतीय कपास को अद्वितीय बनाती हैं।
कस्तूरी कॉटन भारत किसकी एक संयुक्त पहल है?
- यह भारतीय कपास की ब्रांडिंग, ट्रेसबिलिटी और प्रमाणन की पूरी जिम्मेदारी लेकर स्व-नियमन के सिद्धांत पर काम करने के लिए वस्त्र मंत्रालय, भारतीय कपास निगम, व्यापार निकायों और उद्योग की एक संयुक्त पहल है।
कस्तूरी कॉटन भारत से होने वाले लाभ:
- इससे वैश्विक बाजार में इसकी प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाया जा सकेगा।
- इसमें शामिल सभी हितधारकों के लिए एक टिकाऊ इको-सिस्टम का निर्माण किया जा सकेगा।
- 7 अक्टूबर 2023 को विश्व कपास दिवस की पूर्व संध्या पर, वस्त्र मंत्रालय ने कपास के "कस्तूरी कॉटन भारत" ब्रांड की घोषणा की गई थी। इसके द्वारा भारतीय कपास को एक ब्रांड और एक लोगो प्रदान किया गया।
इसके बाद, भारत सरकार की ओर से सीसीआई और वस्त्र उद्योग की ओर से टेक्सप्रोसिल के बीच 15 दिसंबर, 2022 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे कि मिशन-मोड दृष्टिकोण से कस्तूरी कॉटन भारत ब्रांड को प्रस्तुत किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, आपूर्ति श्रृंखला में कस्तूरी कॉटन भारत की पूरी ट्रेसबिलिटी प्रदान करने के लिए, प्रसंस्करण के प्रत्येक चरण में क्यूआर आधारित प्रमाणन तकनीक का उपयोग किया जाएगा और एक ब्लॉकचेन आधारित सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म एंड टू एंड ट्रेसबिलिटी और कारोबारी प्रमाणपत्र प्रदान करेगा।