भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) को लंदन स्थित सेंट्रल बैंकिंग द्वारा घोषित 12वें सेंट्रल बैंकिंग अवार्ड 2025 का डिजिटल परिवर्तन पुरस्कार मिला है। सेंट्रल बैंकिंग द्वारा 13 मार्च 2025 को लंदन में 12वें वार्षिक सेंट्रल बैंकिंग अवार्ड की घोषणा की गई।
सेंट्रल बैंकिंग एक ऐसी कंपनी है जो दुनिया के सेंट्रल बैंकों को कवर करती है और दुनिया की आर्थिक स्थिति की व्यापक कवरेज प्रदान करती है।
केंद्रीय बैंकिंग ने 2025 डिजिटल परिवर्तन पुरस्कार के लिए आरबीआई की प्रवाह और सारथी डिजिटल पहल को मान्यता दी।
इस पुरस्कार में आरबीआई के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को आरबीआई की कागजी कार्य संस्कृति को डिजिटल आधारित कार्य संस्कृति में बदलाव कर संस्था के कार्यप्रवाह को मानकीकृत और सुव्यवस्थित करने, लागत में कटौती करने और पारदर्शिता बढ़ाने का श्रेय दिया है।
सारथी पहल
आरबीआई के आंतरिक कार्य प्रवाह को डिजिटल बनाने के लिए सारथी जनवरी 2023 में लाईव हुआ।
इसने आरबीआई के कर्मचारियों को दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से संग्रहीत और साझा करने, रिकॉर्ड प्रबंधन में सुधार करने और रिपोर्ट और डैशबोर्ड के माध्यम से डेटा विश्लेषण के विकल्पों को बढ़ाने में मदद की।
प्रवाह पहल
सारथी पहल को सफलतापूर्वक अपनाने के बाद, आरबीआई ने परवाह पहल शुरू की जो मई 2024 में लाइव हुई। परवाह ने बाहरी उपयोगकर्ताओं को आरबीआई को विनियामक आवेदन प्रस्तुत करने के लिए एक डिजिटल मंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया।
नियामक दस्तावेजों को प्रवाह पोर्टल के माध्यम से संसाधित किया जाता है और फिर सारथी डेटाबेस में प्लग किया जाता है।
सारथी के माध्यम से आरबीआई का संबंधित विभाग/कर्मचारी दस्तावेजों को संसाधित कर सकते है।
पूरी प्रणाली एक केंद्रीकृत साइबर सुरक्षा प्रणाली और डिजिटल ट्रैकिंग से सुसज्जित है।
सारथी और प्रवाह दोनों सिस्टम आरबीआई के आईटी विभाग द्वारा विकसित किए गए हैं।
सारथी और प्रवाह की डेवलपर टीम का नेतृत्व आरबीआई के आईटी विभाग के प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक शैलेंद्र त्रिवेदी ने किया।
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