निजी क्षेत्र के अग्रणी भारतीय बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को शामिल करने से रोकने का आदेश दिया है। आरबीआई ने 24 अप्रैल 2024 को यह निर्देश जारी किया है ।आरबीआई ने बैंक के टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म को लेकर चिंता के कारण कोटक महिंद्रा बैंक को नए क्रेडिट कार्ड भी जारी करना बंद करने के लिए कहा है।
बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949 के तहत आरबीआई के पास वाणिज्यिक बैंकों की निगरानी की शक्ति है। 2022 और 2023 में कोटक महिंद्रा के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्लेटफॉर्म के पर्यवेक्षण के दौरान, आरबीआई ने बैंकों के आईटी इन्वेंट्री प्रबंधन, पैच और परिवर्तन प्रबंधन, उपयोगकर्ता पहुंच प्रबंधन, विक्रेता जोखिम प्रबंधन, डेटा सुरक्षा आदि में गंभीर कमियां पाईं।
आरबीआई ,बैंक द्वारा अपने आईटी प्लेटफॉर्म की कमियों को दूर करने के लिए उठाए गए कदमों से खुश नहीं था।
आरबीआई के अनुसार , बैंक के आईटी बुनियादी ढांचे में कमियों ने बैंक की सेवा वितरण प्रणाली को प्रभावित किया है । बैंक के ऑनलाइन और डिजिटल बैंकिंग चैनलों में बार-बार रुकावट आ रही है, जिससे ग्राहकों को असुविधा हो रही है।
आरबीआई के अनुसार उसने यह कदम भविष्य में किसी भी संभावित आउटेज को रोकने के लिए उठाया है जो बैंक की अपने ग्राहकों को कुशल सेवा प्रदान करने की क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
आरबीआई ने यह भी कहा कि एक बार कोटक महिंद्रा अपने आईटी सिस्टम में कमी को दूर कर ले तो आरबीआई कोटक महिंद्रा बैंक पर से प्रतिबंध हटा सकता है।
कोटक महिंद्रा बैंक प्रौद्योगिकी संचालित बैंक है जो नए ग्राहकों को जोड़ने के लिए मुख्यत: ऑनलाइन और मोबाइल चैनलों पर निर्भर करता है। इस प्रतिबंध से बैंक की ग्राहक व्यवसाय बढ़ाने की क्षमता पर गंभीर असर पड़ेगा। साथ ही नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर आरबीआई के प्रतिबंध से बैंक के सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड व्यवसाय पर भी असर पड़ सकता है।
हालांकि बैंक के मौजूदा ग्राहकों पर आरबीआई के इस कदम से कोई असर नहीं होगा।
कोटक महिंद्रा बैंक अपनी शाखाओं के माध्यम से नए ग्राहक खाते खोल सकता है।
ग्राहक ऑनबोर्डिंग उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जिसमे एक नया ग्राहक किसी कंपनी/बैंक के विशेष उत्पाद या सेवा का उपयोग शुरू करने के इरादे से लेकर उत्पाद या सेवा के वास्तविक इस्तेमाल तक के प्रक्रिया को संदर्भित करता है । इसकी शुरुआत बिक्री टीम से होती है जो ग्राहक को बैंक के उत्पाद या सेवा से परिचित कराती है। अगला चरण ग्राहकों को वादा की गई सेवा या उत्पाद प्रदान करना है ताकि वे बैंकों की उत्पाद और सेवा से संतुष्ट रहें और वे बैंक के साथ बने रहें।
कोटक महिंद्रा एक निजी क्षेत्र का बैंक है जिसने 2003 में अपना बैंकिंग परिचालन शुरू किया था।
कोटक महिंद्रा बैंक पहले एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (एनबीएफसी) -कोटक महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड थी।
कोटक महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड, भारत की पहली एनबीएफसी थी जिसे आरबीआई से बैंक में परिवर्तित होने का लाइसेंस मिला था।
आईएनजी वैश्य बैंक का 2005 में कोटक महिंद्रा बैंक में विलय कर दिया गया था।
प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ): अशोक वासवानी
मुख्यालय: मुंबई
टैगलाइन: आइए पैसे को सरल बनाएं