विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने 15 मई 2025 को आधिकारिक तौर पर दक्षिण-पश्चिम प्रशांत द्वीपीय देश पापुआ न्यू गिनी में पोलियो के प्रकोप की घोषणा की है। देश में दो बच्चों में पोलियो वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद डबल्यूएचओ ने यह घोषणा की। देश में आखिरी बार पोलियो प्रकोप 2018 में दर्ज किया गया था और 2020 के बाद से अब तक देश में पोलियो वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया था ।
डबल्यूएचओ ने देश में सार्वभौमिक पोलियो टीकाकरण कवरेज का आह्वान किया है, जहां आधी से भी कम आबादी को पोलियो वायरस के खिलाफ टीका लगाया गया है। डबल्यूएचओ को डर है कि यह वायरस दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल सकता है और पृथ्वी से इस बीमारी को मिटाने के लिए वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (जीपीईआई) के लक्ष्य को खतरे में डाल सकता है।
डबल्यूएचओ की विश्व स्वास्थ्य सभा ने 1988 में पोलियो के विश्वव्यापी उन्मूलन के लिए एक प्रस्ताव अपनाया था। इस लक्ष्य को साकार करने के लिए एक सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत, वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (जीईपीआई) 1988 में शुरू की गई थी।
डबल्यूएचओ के अनुसार, जीपीईआई के शुरू होने के बाद से, दुनिया भर में जंगली पोलियोवायरस के मामलों में 99% की कमी आई है।
जहां पहले जंगली पोलियो वाइरस 125 देशों में स्थानिक था और अब यह केवल दो देशों -अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान तक सीमित रह गया है।
जंगली पोलियोवायरस के 3 प्रकारों -टाइप 1, टाइप 2 और टाइप 3- में से, जंगली पोलियोवायरस टाइप 2 का 1999 में और जंगली पोलियोवायरस टाइप 3 का 2020 में उन्मूलन कर दिया गया है ।
स्थानिक जंगली पोलियोवायरस टाइप 1 दो देशों - पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान में अभी भी बना हुआ है।
पोलियो या पोलियोमाइलाइटिस एक वायरल बीमारी है जो पोलियो वायरस के कारण होती है।
पापुआ न्यू गिनी दक्षिण-पश्चिम प्रशांत महासागर में एक द्वीप देश है।
विदेशी मुद्रा का इसका मुख्य स्रोत सोने और तांबे का निर्यात है।
ब्रिटिश सम्राट देश का राष्ट्राध्यक्ष है और यह राष्ट्रमंडल का सदस्य है।
राजधानी: पोर्ट मोरेस्बी
मुद्रा: किना
राष्ट्राध्यक्ष: ग्रेट ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय
प्रधानमंत्री - जेम्स मारपे
स्थापना: 7 अप्रैल 1948.
सदस्य: 194 देश और 2 सहयोगी सदस्य.
यह संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक: डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस (मई 2017 से).
मुख्यालय: जिनेवा, स्विटजरलैंड