राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 सितंबर 2023 को गांधीनगर के राजभवन से दूरदर्शी स्वास्थ्य कार्यक्रम ‘आयुष्मान भव’ अभियान का वर्चुअल रूप से शुभारंभ किया।
यह अभियान, सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) और सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- आयुष्मान भव: अभियान स्वास्थ्य विभाग, अन्य सरकारी विभागों और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्थानीय निर्वाचित निकायों के साथ मिलकर ग्राम पंचायतों द्वारा चलाया गया एक सहयोगी प्रयास है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालन:
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया 'आयुष्मान भव:' अभियान एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है, जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और शहर तक पहुंचने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की अधिकतम कवरेज प्रदान करना है।
- 'आयुष्मान भव’ अभियान का लक्ष्य - प्रत्येक व्यक्ति और प्रत्येक गांव को इसमें शामिल करना है।
आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम:
- सभी लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराना;
- ग्रामीणों को स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण के बारे में जागरूक करने के लिए आयुष्मान बैठकें आयोजित करना;
- आयुष्मान मेलों का आयोजन; और
- आयुष्मान आपके द्वार 3.0 पहल के अंतर्गत सप्ताह में एक बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेषज्ञ चिकित्सकों के दौरे की व्यवस्था करना।
- आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन सितंबर 2021 में शुभारंभ किया गया था। राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि भारत अन्य क्षेत्रों की तरह स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी डिजिटल समावेशन का उदाहरण स्थापित करेगा।
सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जाएगा:
- इस अभियान को 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2023 तक 'सेवा पखवाड़े' के दौरान संचालित किया जाएगा।
उद्देश्य :
- इसका मुख्य उद्देश्य भौगोलिक बाधाओं को पार करते हुए हर गांव और शहर में व्यापक स्वास्थ्य सेवा कवरेज का विस्तार करना है और यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों।
- इसका उद्देश्य अपने तीन घटकों :
- आयुष्मान - आपके द्वार 3.0,
- स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और
- हर गांव और पंचायत में आयुष्मान सभाओं में आयुष्मान मेलों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज को अधिकतम करना है।
- आयुष्मान आपके द्वार 3.0: इस पहल का उद्देश्य पीएम-जेएवाई योजना के तहत नामांकित शेष पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान करना है और यह सुनिश्चित करना कि अधिकाधिक व्यक्तियों की स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच हो।
- एचडब्ल्यूसी और सीएचसी में आयुष्मान मेले: आयुष्मान भारत- एचडब्ल्यूसी और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आयोजित होने वाले इन मेलों के माध्यम से आभा आईडी (स्वास्थ्य आईडी) जारी करने और आयुष्मान भारत कार्ड जारी करने में सुविधा होगी। वे प्रारंभिक निदान, व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, विशेषज्ञों के साथ टेलीकंसल्टेशन और उचित निदान भी प्रदान करेंगे।
- आयुष्मान सभाएं: प्रत्येक गांव और पंचायत में ये सभाएं आयुष्मान कार्ड वितरित करने, एबीएचए आईडी बनाने, और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं और रोग की स्थितियों, जैसे गैर-संचारी रोग, तपेदिक (निक्षय मित्र), सिकल सेल रोग, साथ ही रक्तदान और अंग दान अभियान के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
- आयुष्मान भव: अभियान स्वास्थ्य विभाग, अन्य सरकारी विभागों और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्थानीय निर्वाचित निकायों के साथ मिलकर ग्राम पंचायतों द्वारा चलाया गया एक सहयोगी प्रयास है।