प्रत्येक वर्ष 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ मनाया जाता है। ‘जनजातीय गौरव दिवस’ भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रति वर्ष मनाया जाता है। इसे सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और राष्ट्रीय गौरव, वीरता और आतिथ्य के भारतीय मूल्यों को प्रोत्साहन देने में आदिवासियों के प्रयासों को मान्यता प्रदान करने के लिए मनाया जाता है। साथ ही 15 नवंबर 2023 को झारखंड अपना 23वाँ स्थापना दिवस मना रहा है।
- इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झारखंड के खूंटी स्थित "भगवान बिरसा मुंडा" की जन्मस्थली उलिहातू का दौरा करेंगें। झारखंड के इस जनजातीय क्षेत्र का दौरा करने वे वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 से 15 नवंबर 2023 तक झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों के दौरे पर रहेंगें। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।
ये परियोजनाएं निम्नलिखित हैं:-
24 हजार करोड़ रुपये की पीवीटीजी मिशन:
- पीएम मोदी विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के समग्र विकास के उद्देश्य से 24,000 करोड़ रुपये की योजना शुरू करेंगे।
- प्रधानमंत्री 15 नवंबर को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं तक पात्र लाभार्थियों को जागरूक करने और उन्हें उन योजनाओं का लाभ पहुँचाने वाले अभियान की भी शुरुआत करेंगे।
- देश में कुल 75 कमजोर जनजातीय समूह हैं, जो 220 जिलों के 22544 गांवों में निवास करती है। इनकी कुल आबादी लगभग 28 लाख है।
कमजोर जनजातीय समूहों तक पहुंचेगी सुविधाएं:
पीएम कमजोर जनजातीय समूह मिशन, के जरिए इस समुदायों तक योजनाओं तथा सुविधाओं का लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- इनकी रिहायशी इलाकों तक सड़क, संचार, बिजली, सुरक्षित मकान, शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण और जीविका के साधन इत्यादि की पहुँच सुनिश्चित की जायेगी ।
- इसके अलावा जनजातीय समुदाय तक पीएमजेएवाई, सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीवी उन्मूलन, 100 प्रतिशत टीकाकरण, पीएम मातृ वंदन योजना, पीएम पोषण और पीएम जनधन योजना का लाभ सुदूर इलाकों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
विकसित भारत संकल्प यात्रा:
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर 2023 को विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगें। जिसका उद्देश्य 25 जनवरी 2024 तक 2.7 लाख पंचायतों में केंद्र की प्रमुख योजनाओं का पूर्ण लाभ सुनिश्चित करना है।
- विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिए इन योजनाओं को लेकर जागरूकता पैदा करने का उद्देश्य है। प्रधानमंत्री खूंटी से इसे रवाना करेंगे। इसके बाद यह योजना सभी जिलों में आरंभ होगी।
- यात्रा के तहत पीएम मोदी सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे जो देश के कई क्षेत्रों से गुजरेगी। इसके द्वारा सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि समयबद्ध तरीके से उसकी सभी योजनाओं का लाभ सभी लक्षित समूहों तक पहुंचे।
19 वैन को झारखंड से किया जाएगा रवाना:
- प्रधानमंत्री खूंटी में उनमें से पाँच से सात वैन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके साथ ही कुल 19 वैन जिन्हें झारखंड से रवाना किया जाएगा जो राज्य के नौ जिलों में 226 ग्राम पंचायतें हैं जहाँ ये वैन जाएंगी।
- 15 नवंबर को देश में 118 वैन को रवाना किया जाएगा। कुल मिलाकर देश भर में लगभग 2800 वैन को रवाना किया जाएगा। जो अगले दो महीनों तक घूम-घूमकर लोगों को सभी योजनाओं-आवास और पेयजल, वित्तीय समावेशन, इत्यादि के बारे में जानकारी प्रदान करेंगीं।
- अभियान के तहत देश के 21 राज्यों के 69 जिलों में आदिवासी क्षेत्रों से शुरुआत करेंगे, और पहले चरण में 393 ब्लॉकों के 8940 ग्राम पंचायतों तक पहुंचेंगे।
- इस यात्रा के तहत देश की 2.7 लाख ग्राम पंचायतों और लगभग 15,000 शहरी स्थानों का दौरा किया जाएगा, जहाँ ये स्वचालित आईईसी वैन जमीनी स्तर पर गतिविधियां संचालित करेंगी।
- इन वैन को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि वे लोगों से संवाद, उन्हें प्रमुख कार्यक्रमों के बारे में सूचित करना और अबतक क्या प्राप्त किया गया है, इसके बारे में जानकारी दें सकेगा।
सरकारी योजनाओं का लाभ सभी स्तर तक पहुंचाने का प्रयास:
- केंद्र सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कल्याणकारी योजनाएं स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, सबको एलपीजी सिलेंडर, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, पोषण कार्यक्रम, विश्वसनीय स्वास्थ्य सुविधाएं, शुद्ध पेयजल इत्यादि का लाभ समाज के सभी स्तर तक पहुंचे।
प्रधानमंत्री इन योजनाओं की आधारशिला रखेंगे:
- राष्ट्रीय राजमार्ग-133 पर 52 किलोमीटर लंबा महगामा-हंसडीहा फोरलेन।
- एनएच-14ए पर 45 किलोमीटर लंबा बासुकीनाथ-देवघर फोरलेन।
- केडीएच-पुरनाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट।
- ट्रिपल आइटी, रांची का नया अकादमिक भवन।
प्रधानमंत्री इन योजनाओं का करेंगे उद्धाटन:
- आइआइएम, रांची का नया कैंपस।
- आइआइटी आइएसएम धनबाद का नया छात्रावास।
- बोकारो में पेट्रोलियम और लुब्रिकेंट डिपो।
- रेलवे के हटिया-पकरा, तालगड़िया-बोकारो और जरंगडीह-पतरातू सेक्शन लाइन का दोहरीकरण।
- झारखंड में 100 प्रतिशत रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन।