प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितंबर 2023 को गुजरात में आकाशवाणी दाहोद एफएम रिले स्टेशन परियोजना की आधारशिला रखी।
गुजरात के बोडेली में एक कार्यक्रम में अन्य परियोजनाओं के साथ-साथ 10 किलोवाट एफएम रिले स्टेशन की आधारशिला पट्टिका का प्रधानमंत्री द्वारा वर्चुअल माध्यम से अनावरण किया गया।
- ये परियोजना व्यापक श्रोताओं को गुणवत्तापूर्ण रेडियो मनोरंजन और जानकारी प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक हैं।
55 किमी तक होगा प्रसारण:
- आकाशवाणी दाहोद एफएम रिले स्टेशन 11 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से स्थापित किया जाएगा।
- यह स्टेशन रणनीतिक रूप से लगभग 55 किलोमीटर के क्षेत्र को शामिल करेगा। इसमें दाहोद के जनजातीय जिले का लगभग 75 प्रतिशत भाग शामिल है।
- इसके साथ ही, यह ट्रांसमीटर अलीराजपुर और झाबुआ सहित मध्य प्रदेश के पड़ोसी जनजातीय जिलों को भी आंशिक रूप से कवर करेगा।
दाहोद एफएम रिले स्टेशन से लाभ:
- दाहोद स्टेशन के लॉन्च से गुजरात और मध्य प्रदेश के 25 लाख से अधिक निवासियों को उच्च गुणवत्ता वाले एफएम प्रसारण तक पहुंच प्राप्त होगी।
- इस विकास से न केवल क्षेत्र की सांस्कृतिक और ज्ञान में वृद्धि होगी बल्कि इन संबंधित समुदायों के लिए बेहतर संचार और कनेक्टिविटी भी उपलब्ध होगी।
इस क्षेत्र में प्रसार भारती द्वारा किए जा रहे अन्य विकास कार्य:
- प्रसार भारती 39 करोड़ से अधिक की लागत से विभिन्न बिजली क्षमताओं के साथ भुज, भावनगर, द्वारका, राधनपुर और डेसा सहित प्रमुख स्थानों पर एफएम ट्रांसमीटरों की स्थापना पर भी काम कर रहा है।
- ये परियोजनाएं सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा फंडिंग वाली ब्रॉडकास्ट इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क डेवलपमेंट स्कीम का हिस्सा हैं।
- परियोजनाएं पूरी होने और शुरु होने पर राज्य में एफएम कवरेज राज्य के लगभग 65 प्रतिशत क्षेत्र तक बढ़ जाएगा। इसकी लगभग 77 प्रतिशत आबादी तक पहुंच संभव हो सकेगी।
पृष्ठभूमि:
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अप्रैल 2023 में देश भर में आकाशवाणी एफएम की उपस्थिति को मजबूत करते हुए 100 वॉट वाले 91 एफएम ट्रांसमीटर का उद्घाटन किया था।
- आकाशवाणी के अनुसार भारत में कुल 613 कार्यात्मक एफएम ट्रांसमीटर हैं जो देश के लगभग 59.2 प्रतिशत क्षेत्र में एफएम रेडियो सेवाएं प्रदान करते हैं।
- ये एफएम रेडियो सेवाएं लगभग 73.5 प्रतिशत आबादी को सेवा प्रदान करते हैं।
- इसके साथ ही, मीडियम वेव पर काम करने वाला आकाशवाणी एएम नेटवर्क पहले से ही देश के 88 प्रतिशत क्षेत्र और 95 प्रतिशत आबादी को समाहित करता है।
आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो):
- आकाशवाणी, भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन संचालित सार्वजनिक क्षेत्र की रेडियो प्रसारण सेवा है।
- आकाशवाणी, प्रसार भारती के अधीन कार्यरत एक प्रमुख लोक सेवा प्रसारक है।
- भारत में रेडियो प्रसारण का प्रारम्भ 1920 के दशक में हुआ।
- पहला कार्यक्रम 1923 में मुंबई के 'रेडियो क्लब' द्वारा प्रसारित किया गया।
- इसके बाद 1927 में मुंबई और कोलकाता में निजी स्वामित्व वाले दो ट्रांसमीटरों से प्रसारण सेवा की स्थापना हुई।
- सन् 1930 में सरकार ने इन ट्रांसमीटरों को अपने नियंत्रण में ले लिया और भारतीय प्रसारण सेवा के नाम से उन्हें परिचालित करना आरंभ कर दिया।
- 1936 में इसका नाम बदलकर ऑल इंडिया रेडियो कर दिया और अंततः 1957 में आकाशवाणी के नाम से पुकारा जाने लगा।
- स्थापना: 1936, दिल्ली
- मुख्यालय: नई दिल्ली
- मालिक: प्रसार भारती
- महानिदेशक: डॉ. वसुधा गुप्ता (आकाशवाणी और आकाशवाणी समाचार सेवा प्रभाग की प्रधान महानिदेशक)
प्रसार भारती
- मुख्यालय: नई दिल्ली
- स्थापना: 23 नवंबर 1997, नई दिल्ली
- सहायक कंपनी: दूरदर्शन
- मूल विभाग: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
- सीईओ: गौरव द्विवेदी (21 नवंबर 2022–)
- प्रसार भारती भारत का सरकारी स्वामित्व वाला सार्वजनिक प्रसारण है।
- यह संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक वैधानिक स्वायत्त निकाय है और इसमें दूरदर्शन टेलीविजन प्रसारण और आकाशवाणी शामिल हैं, जो पहले सूचना और प्रसारण मंत्रालय की मीडिया इकाइ थी।