प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 अक्टूबर 2023 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में ग्रामीण विकास, सड़क, बिजली, सिंचाई, पेयजल, बागवानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन सहित अन्य क्षेत्रों में लगभग 4200 करोड़ रुपये की अनेक विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित की।
- इस दौरान आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए अनेक कार्यक्रम संपन्न किया।
प्रधानमंत्री के संबोधन के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- प्रधानमंत्री ने पार्वती कुंड में पूजा और दर्शन किए।
- पिछले 9 वर्षों में सीमावर्ती क्षेत्रों में 4,200 किमी से अधिक सड़कें, 250 पुल और 22 सुरंगें निर्मित की गई हैं।
- जीवंत ग्राम योजना ने देश के आखिरी गांवों को पहले गाँवों में बदल दिया है। इस योजना के तहत उन लोगों को वापस लाना है, जो इन गाँवों को छोड़ चुके हैं। सरकार इन गाँवों में पर्यटन बढ़ाना चाहती है।
- पीएम किसान सम्मान निधि के तहत, उत्तराखंड के किसानों को अब तक 2200 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्राप्त हुई है।
- प्रधानमंत्री ने चारधाम मेगा प्रोजेक्ट और हर मौसम में आवागमन के योग्य सड़क के साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का भी उल्लेख किया।
पीएम द्वारा राष्ट्र को समर्पित प्रमुख परियोजनाएं व उनका उद्घाटन
- पीएमजीएसवाई के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित 76 ग्रामीण सड़कें और 25 पुल;
- 9 जिलों में बीडीओ कार्यालयों के 15 भवन;
- केंद्रीय सड़क निधि के तहत निर्मित तीन सड़कों यानी
- कौसानी बागेश्वर रोड,
- धारी-दौबा-गिरिछीना रोड और
- नगला-किच्छा रोड का उन्नयन;
- राष्ट्रीय राजमार्गों पर दो सड़कों यानी
- अल्मोडा पेटशाल - पनुवानौला - दन्या (एनएच 309बी) और
- टनकपुर - चल्थी (एनएच 125) का उन्नयन;
- पेयजल से संबंधित तीन परियोजनाएं यानी
- 38 पंपिंग पेयजल योजनाएं,
- 419 गुरुत्वाकर्षण पर आधारित जलापूर्ति योजनाएं और
- तीन ट्यूबवेल आधारित जल आपूर्ति योजनाएं;
- पिथोरागढ़ में थरकोट कृत्रिम झील;
- 132 केवी पिथौरागढ-लोहाघाट (चंपावत) पावर ट्रांसमिशन लाइन;
- उत्तराखंड में 39 पुल और विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित उत्तराखंड आपदा रिकवरी परियोजना के तहत देहरादून में बनाई गई उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की इमारत शामिल हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें प्रमुखतः
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पॉलीहाउस योजना: 21,398 पॉली-हाउस के निर्माण की योजना,
- जिससे फूलों एवं सब्जियों के उत्पादन को बढ़ाने और उनकी गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिलेगी;
- इससे सेब की खेती को लाभ होगा।
- इन परियोजनाओं पर 1100 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे।
- उच्च घनत्व वाले सघन सेब के बगीचों की खेती के लिए एक योजना;
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राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) के उन्नयन के लिए पाँच परियोजनाएं;
- राज्य में आपदा तैयारियों और सुदृढ़ता के लिए कई कदम यानी पुलों का निर्माण,
- देहरादून में स्थित राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का उन्नयन,
- बलियानाला व नैनीताल में भूस्खलन की रोकथाम के लिए कदम तथा
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स्वास्थ्य एवं वन से संबंधित अन्य बुनियादी ढांचे में सुधार;
- राज्य भर के 20 मॉडल डिग्री कॉलेजों में छात्रावास एवं कंप्यूटर लैब का विकास;
- अल्मोडा के सोमेश्वर में 100 बिस्तरों वाला उप जिला अस्पताल;
- चंपावत में 50 बिस्तरों वाला अस्पताल ब्लॉक;
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नैनीताल के हल्दवानी स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान;
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रुद्रपुर में वेलोड्रोम स्टेडियम;
- जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा), हाट कालिका (पिथौरागढ़) और नैना देवी (नैनीताल) मंदिरों सहित विभिन्न मंदिरों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना शामिल हैं।