प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई 2025 को राष्ट्र को संबोधित किया और आतंकवाद पर सरकार की नीति, ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों और इसके प्रभाव को रेखांकित किया। यह पहली बार था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में आतंकी ढांचे को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के बाद बात की थी।
ऑपरेशन सिंदूर 25 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या के बाद शुरू किया गया था।
पाकिस्तान पर नीति
भारत पाकिस्तान से सिर्फ़ दो मुद्दों पर बात करेगा:
- पाकिस्तान के कब्ज़े वाले जम्मू-कश्मीर को भारत को वापस करना और
- पाकिस्तान से पैदा होने वाले आतंकवाद जो भारत के लिए ख़तरा है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद उठाए गए सरकारी कदमों में कोई बदलाव नहीं
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने कई नीतिगत फ़ैसले लिए थे। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने दोहराया कि नीति में कोई बदलाव नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि;
- आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते- पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक संबंध निलंबित कर दिए है ।
- आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते- इसका मतलब है कि भारत सरकार पाकिस्तान से आधिकारिक या अनौपचारिक रूप से तब तक बात नहीं करेगी, जब तक कि पाकिस्तान अपने आतंकी ढाँचे को नष्ट नहीं कर देता।
- खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते- इसका मतलब है कि 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित रखने का सरकार का फ़ैसला जारी रहेगा।
भारत का नया सुरक्षा सिद्धांत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश के नए सुरक्षा सिद्धांत की रूपरेखा भी पेश की जो निम्नलिखित है।
- ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति होगी।
- भारत में किसी भी आतंकवादी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और भारत आतंकवादी समूहों को उनकी जड़ों (पाकिस्तान में) पर हमला करेगा।
- परमाणु ब्लैकमेल- भारत किसी भी परमाणु खतरे को स्वीकार नहीं करेगा और आतंकवादियों के पनाहगाह (पाकिस्तान) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हमला करेगा। पाकिस्तान हमेशा धमकी देता था की अगर भारत ने उसपर आक्रमण किया या सिंधु जल समझौता रद्द किया तो वो परमाणु बम का इस्तेमाल करेगा। भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के इस परमाणु धमकी की कलाई खोल दी है।
- भारत आतंकवादी समूह और उन्हें समर्थन देने वाली सरकार (पाकिस्तान) के बीच कोई अंतर नहीं करेगा।
पीएम मोदी के भाषण की अन्य मुख्य बातें
सरकार ने पाकिस्तानी पंजाब और पीओजेके में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए 6 और 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया।
- पाकिस्तान के बहावलपुर और मुर्दिके में आतंकी ठिकानों पर हमले में 100 से ज़्यादा खूंखार आतंकी मारे गए। ये ठिकाने वैश्विक आतंकवाद के केंद्र थे, जो अमेरिका में 9/11 के आतंकी हमलों, लंदन, यूनाइटेड किंगडम में ट्यूब बम विस्फोट और भारत में हुए कई हमलों से जुड़े थे।
- भारत में नागरिक और धार्मिक ठिकानों पर पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तान के एयरबेस को नष्ट कर दिया।
- (जिन पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया गया और उन पर हमला किया गया, वे थे नूर खान (चकलाला, रावलपिंडी), रफीकी (शोरकोट, झंग), रहीम यार खान, सुक्कुर, चुनियन (कसूर), स्कार्दू, भोलारी, जैकोबाबाद, सरगोधा, पसरूर, मुरीद (चकवाल) और सियालकोट।
- पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच शत्रुता को रोकने के लिए कहा, जिस पर भारत सहमत हो गया और यह 10 मई 2025 को शाम 5 बजे से लागू हो गया।
- भारत ने युद्ध विराम पर सहमति नहीं जताई है, लेकिन यह गोलीबारी में एक अस्थायी रोक है और ऑपरेशन सिंदूर अभी भी चालू है।
- प्रधानमंत्री ने संघर्ष के दौरान भारत में निर्मित हथियार प्रणाली के प्रदर्शन की प्रशंसा की।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर यह युग युद्ध का नहीं तो यह आतंकवाद का भी नहीं है।
- भारत आतंकवाद के विरुद्ध शून्य सहनशीलता की नीति अपनाएगा।
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