ओलंपियन और कॉमनवेल्थ गेम्स की कांस्य पदक विजेता दीपा कर्माकर ने जिमनास्टिक्स से संन्यास की घोषणा की है। छोटे कद की दीपा कर्माकर, जो 'स्मॉल वंडर' के उपनाम से प्रसिद्ध हैं ', जिमनास्टिक्स में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम स्थापित करने वाली पहली महिला भारतीय जिमनास्ट थीं।
अगरतला, त्रिपुरा में जन्मी दीपा कर्माकर का पैर जन्म से ही सपाट है, जो जिम्नास्टिक के लिए उचित नझी माना जाता है ।लेकिन इसके वावजूद अपनी दृढ़ संकल्प और प्रतिभा के साथ, दीपा ,भारत के सबसे सफल भारतीय जिमनास्ट बन कर अपनी अमिट छाप छोड़ गई हैं ।
ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट
- दीपा कर्माकर ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं। उसने 2016 रियो ओलंपिक में वॉल्ट स्पर्धा में बागा लिए और वह पदक जीतने से चूक गईं।
- वह दुनिया की उन कुछ जिमनास्टों में से एक हैं, जिन्होंने प्रसिद्ध प्रोडुनोवा वॉल्ट को सफलतापूर्वक करने में सफल रही हैं। यह प्रदर्शन उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक में किया था।
- वह राष्ट्रमंडल खेलों में जिम्नास्टिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। उन्होंने 2014 ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था ।
- दीपा कर्माकर अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं। उन्होंने मेर्सिन, तुर्किये में आयोजित 2018 आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक विश्व कप में महिलाओं की वॉल्ट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
- 2018 में, उन्होंने जर्मनी के कॉटबस में आयोजित विश्व कप में कांस्य पदक भी जीता है ।
- हाल ही में, दीपा कर्माकर ने ताशकंद, उज्बेकिस्तान में आयोजित 2024 एशियाई महिला कलात्मक जिमनास्टिक चैंपियनशिप में वॉल्ट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। वह इस परतियोगिता में में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं।
पुरस्कार और जीवनी
- दीपा कर्माकर को 2017 में भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार, पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
- 2016 में, उन्हें देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (तब राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार) से सम्मानित किया गया था।
- उन्हें 2015 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
दीपा कर्माकर की जीवनी
दीपा कर्माकर: द स्मॉल वंडर", सह-लेखक: दिग्विजय सिंह देव, विमल मोहन और दीपा कर्माकर कोच, बिश्वेश्वर नंदी।