त्रिपुरा सरकार ने राज्य में एक स्थायी परिसर स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) को 2.36 एकड़ भूमि का एक भूखंड आवंटित किया है। 28 सितंबर 2023 को राज्य की राजधानी अगरतला में राज्य सरकार और एनएसडी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
यह कॉम्प्लेक्स पश्चिम त्रिपुरा जिले के रानीरबाजार में स्थापित किया जाएगा ।
2011 में, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा अगरतला, त्रिपुरा में सूचना और सांस्कृतिक मामले व उच्च शिक्षा विभाग, त्रिपुरा सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (थिएटर-इन-एजुकेशन विंग ), त्रिपुरा की स्थापना की गई ।
इसने 2012 में अपना परिचालन शुरू किया और यह इकाई शिक्षा में रंगमंच के विषय में एक वर्षीय आवासीय प्रमाण-पत्र पाठ्क्रम प्रदान करता है, जिसके लिए त्रिपुरा व शेष भारत से छात्रों को लिया जाता है।
पाठ्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय के लिए और टी.आइ.ई. की विविध गतिविधियों के लिए रंग-शिक्षक तैयार करना है।
वर्तमान में, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (टी.आइ.ई. इकाई), त्रिपुरा के अगरतला में उत्तरी बनमालीपुर क्षेत्र में नज़रुल कलाक्षेत्र कॉम्प्लेक्स में स्थित है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की स्थापना 1959 में संगीत नाटक अकादमी द्वारा अपनी एक इकाई के रूप में की गई थी।
1975 में, इसे संगीत नाटक अकादमी से अलग कर दिया गया और सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत एक स्वतंत्र इकाई बना दिया गया।
यह पूरी तरह से केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है।
एनएसडी दुनिया के अग्रणी थिएटर प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है और भारत में अपनी तरह का एकमात्र संस्थान है।
मुख्यालय: नई दिल्ली
एनएसडी के अध्यक्ष: परेश रावल
फुल फॉर्म
एनएसडी /NSD: नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ( National School of Drama)