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‘एआई के युग में मीडिया’ विषय पर आयोजित की गई राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2023

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
National Press Day 2023 Held With The Theme ‘Media In The Era Of AI’ Important Day 4 min read

प्रतिवर्ष 16 नवंबर को स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की स्मृति में ‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ मनाया जाता है। 16 नवंबर 1966 से भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना के साथ ही इसने लोकतंत्र के एक नैतिक प्रहरी के रूप में कार्य करना आरंभ कर दिया है। जिसमें यह भी सुनिश्चित किया गया कि प्रेस उच्च मानक बनाए रखे और अपनी रिपोर्टिंग के दौरान किसी किसी भय या पक्षपात से प्रभावित न होते हुए अपना कार्य करे। 

राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2023 का विषय: 

  • राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2023 का विषय "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में मीडिया" है। 

राष्ट्रीय प्रेस दिवस की पृष्ठभूमि: 

  • वर्ष 1956 में एक प्रेस काउंसिल की स्थापना की सिफारिश करते हुए पहले प्रेस आयोग ने निष्कर्ष निकाला था कि पत्रकारिता में पेशेवर नैतिकता बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका वैधानिक अधिकार के साथ एक निकाय को अस्तित्व में लाना होगा। जिसमें मुख्य रूप से पत्रकारिता उद्योग से जुड़े लोग हों, जिनका कर्तव्य मध्यस्थता करना होगा। 
  • इसी उद्देश्य को क्रियान्वित करते हुये 16 नवंबर, 1966 को भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना की गई।
  • भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना 16 नवंबर को हुई और इसकी वर्षगांठ को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दौरान पत्रकारिता के पेशेवर निष्पक्ष और भयमुक्त रिपोर्टिंग करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। 
  • कार्यक्रम के अलावा पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्रदान किए जाते हैं और इस अवसर पर स्मारिका का विमोचन भी किया जाता है।
  • वर्ष 1997 से, परिषद ने प्रासंगिक विषयों के साथ सेमिनारों के माध्यम से इस दिवस को महत्वपूर्ण तरीके से एक उत्सव के रूप में मनाया है।

प्रेस की स्वतंत्रता:

  • पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है, इसीलिए प्रेस की स्वतंत्रता एक मौलिक सिद्धांत है जो पत्रकारों और मीडिया संगठनों को सेंसरशिप या सरकारी हस्तक्षेप के बिना कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। प्रेस की स्वतंत्रता अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मुख्य घटक है और एक लोकतांत्रिक समाज हेतु अत्यंत आवश्यक है।

स्वतन्त्र पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम: 

  • विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक के द्वारा पत्रकारों को उपलब्ध स्वतंत्रता के स्तर के अनुसार देशों और क्षेत्रों को रैंकिंग प्रदान करता है।
  • ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ द्वारा इसे वर्ष 2002 से प्रतिवर्ष प्रकाशित किया जाता है।
  • वर्ष 2023 में भारत को 100 अंकों में से 36.62 अंकों के साथ 180 देशों की सूची में 161वें स्थान पर रखा गया। जबकि वर्ष 2022 में भारत की रैंक 150 थी।

भारतीय संविधान में प्रेस की स्वतंत्रता:

  • हालाँकि, संविधान में प्रेस की स्वतंत्रता का उल्लेख नहीं किया गया है। फिर भी प्रेस या मीडिया की स्वतंत्रता भारत के संविधान द्वारा अनुच्छेद 19(1)(a) के तहत प्रदत्त वाक्-स्वातंत्र्य और अभिव्यक्ति-स्वातंत्र्य के अधिकार में निहित है। 
  • यह स्वतंत्र पत्रकारिता को प्रोत्साहित करता है और लोगों को सरकार के कार्यों के पक्ष या विपक्ष में अपनी राय देने का अवसर प्रदान करते हुए लोकतंत्र को मज़बूत करता है।
  • संविधान के  मूल अधिकार के अंतर्गत वर्णित अनुच्छेद 19 के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति को विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त है। 

FAQ

Answer:- प्रति वर्ष 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है।

Answer:- राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2023 का विषय "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में मीडिया" था।

Answer:- 16 नवंबर 1966 को भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना की स्मृति में प्रतिवर्ष राष्ट्रिय प्रेस दिवस मनाया जाता है।

Answer:- वर्ष 2023 में भारत को 100 अंकों में से 36.62 अंकों के साथ 180 देशों की सूची में 161वें स्थान पर रखा गया।

Answer:- विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ द्वारा वर्ष 2002 से प्रतिवर्ष प्रकाशित किया जाता है।

Answer:- हालाँकि, भारतीय संविधान में प्रेस की स्वतंत्रता का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया है। फिर भी प्रेस या मीडिया की स्वतंत्रता भारत के संविधान द्वारा अनुच्छेद 19(1)(a) के तहत प्रदत्त वाक्-स्वातंत्र्य और अभिव्यक्ति-स्वातंत्र्य के अधिकार में निहित है।
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