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राष्ट्रीय किसान दिवस 2023: तिथि, थीम, इतिहास और चौधरी चरण सिंह

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
National Farmer’s Day 2023: Date, Theme, History And C.C. Singh Important Day 4 min read

प्रतिवर्ष 23 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय किसान दिवस’ पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिवस का आयोजन, देश भर के किसानों का समाज में योगदान और महत्व को रेखांकित करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए किया जाता है।

राष्ट्रीय किसान दिवस 2023 की थीम:

  • इस वर्ष 2023 के राष्ट्रीय किसान दिवस की थीम ‘सतत खाद्य सुरक्षा और लचीलेपन के लिए स्मार्ट समाधान प्रदान करना’ है।

राष्ट्रीय किसान दिवस का इतिहास: 

  • राष्ट्रीय किसान दिवस के आयोजन की परंपरा की शुरुआत वर्ष 2001 से आरंभ की गई। इसी क्रम में पहला राष्ट्रीय किसान दिवस 23 दिसंबर 2001 को मनाया गया। 
  • पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का कृषि और कृषक समुदाय के प्रति लगाव को सम्मानित करने के उपलक्ष्य में इसकी शुरुआत की गई।

चौधरी चरण सिंह के बारे में:  

  • भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के नूरपुर गाँव में हुआ था। चौधरी चरण सिंह का पालन-पोषण एक मध्य वर्गीय किसान परिवार में हुआ था। 
  • श्री सिंह ने 1923 में विज्ञान से स्नातक की और 1925 में आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। 
  • कानून में प्रशिक्षित चौधरी चरण सिंह ने गाजियाबाद से अपने पेशे की शुरुआत की। वे 1929 में कांग्रेस में शामिल हो गए।
  • श्री सिंह सर्वप्रथम 1937 में छपरौली से उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए। वे 1946, 1952, 1962 एवं 1967 में विधानसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 
  • जून 1951 में उन्हें राज्य के कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया एवं न्याय तथा सूचना विभागों का प्रभार दिया गया। 1952 में वे डॉ. सम्पूर्णानन्द के मंत्रिमंडल में राजस्व एवं कृषि मंत्री बने। 
  • चौधरी चरण सिंह, अल्पावधि के लिए उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री बने। प्रथम बार 03 अप्रैल 1967 से 25 फरवरी 1968 तक मुख्यमंत्री रहे। जबकि दूसरी बार 18 फरवरी 1970 से 1 अक्टूबर 1970 तक मुख्यमंत्री रहे। हालांकि राज्य में 2 अक्टूबर 1970 को राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था।
  • उत्तर प्रदेश में भूमि सुधार का पूरा श्रेय उन्हें जाता है। ग्रामीण देनदारों को राहत प्रदान करने वाला विभागीय ऋणमुक्ति विधेयक, 1939 को तैयार करने में उनकी मुख्य भूमिका रही।
  • मुख्यमंत्री के रूप में जोत अधिनियम, 1960 को लाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
  • चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई, 1979 से 14 जनवरी, 1980 के बीच भारत के प्रधानमंत्री के रूप में भी कार्यरत रहे। 
  • चौधरी चरण सिंह की मृत्यु 29 मई 1987 को हुई।

केंद्र सरकार की प्रमुख कृषक योजनाएं: 

  • राष्ट्रीय कृषि विकास योजना : 1 अप्रैल,  2007 
  • किसान क्रेडिट कार्ड योजना: इसे राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने 1998 में आरंभ किया। 
  • किसान सम्मान निधि योजना: 24 फरवरी, 2019 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आरंभ की गई थी।  
  • प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना: 13 जनवरी 2016 को एक नई योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया।

FAQ

Answer:- 23 दिसंबर

Answer:- सतत खाद्य सुरक्षा और लचीलेपन के लिए स्मार्ट समाधान प्रदान करना।

Answer:- भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह

Answer:- दो बार (प्रथम बार 03 अप्रैल 1967 से 25 फरवरी 1968 तक और दूसरी बार 18 फरवरी 1970 से 1 अक्टूबर 1970 तक मुख्यमंत्री रहे।)

Answer:- चौधरी चरण सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के नूरपुर गांव में हुआ था।
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