सुधारवादी और उदारवादी नेता मसूद पेज़ेशकियान को ईरान का नया राष्ट्रपति चुना गया है। ईरान के आंतरिक मंत्रालय ने उन्हें 6 जुलाई 2024 को प्रतिद्वंद्वी सईद जलीली के खिलाफ राष्ट्रपति पद के लिए विजेता घोषित किया। सईद जलीली ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और मसूद पेज़ेशकियान को उनकी चुनावी जीत के लिए बधाई
दी है ।
19 मई 2024 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मृत्यु के बाद ईरान में राष्ट्रपति चुनाव की आवश्यकता हुई।
ईरानी संविधान के अनुसार, जनता सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के माध्यम से राष्ट्रपति का चुनाव करती है। ईरान में जन्मा ईरान का नागरिक ही राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ सकता है।
ईरानी संविधान के अनुसार,जीतने वाले उम्मीदवार को डाले गए वैध वोटों में से 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने होते हैं।
ईरानी राष्ट्रपति चुनाव 28 जून 2024 को हुआ था और चार उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। हालाँकि, योग्य 61 मिलियन मतदाताओं में से केवल 40 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया जो देश में 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से ईरानी राष्ट्रपति चुनाव में सबसे कम मतदान प्रतिशत है।
जून के चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को आवश्यक बहुमत वोट नहीं हासिल हुआ । जून के राष्ट्रपति चुनाव में मसूद पेज़ेशकियान को लगभग 42.5 प्रतिशत वोट और जलीली को 38.7 प्रतिशत वोट मिले।
राष्ट्रपति चुनने के लिए 5 जुलाई 2024 को आवश्यक रन-ऑफ राष्ट्रपति चुनाव आयोजित किया गया ।
इस बार मसूद पेज़ेशकियान को 53.7 प्रतिशत वोट और जलीली को 44.3 प्रतिशत वोट मिले। इस प्रकार मसूद पेज़ेशकियान को ईरान का नया निर्वाचित राष्ट्रपति घोषित किया गया।
ईरानी राष्ट्रपति का कार्यकाल चार वर्ष का होता है, और वह पुनः चुनाव के लिए पात्र होते हैं।
69 वर्षीय मसूद पेज़ेशकियान एक मिश्रित जातीय परिवार से आते हैं। उनके पिता अजेरी मूल के और मां कुर्दिश मूल की हैं। फ़ारसी जो ईरान की राष्ट्रीय भाषा, उसकी मातृभाषा नहीं है।
मसूद पेज़ेशकियान पेशे से एक हृदय सर्जन हैं और 2008 से ईरानी संसद के सदस्य हैं।
ईरानी संसद को मजलेस-ए शूरा-ये एस्लामी या मजलेस कहा जाता है।
मसूद पेज़ेशकियान संसद केउपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
वह पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं।
आधुनिक ईरान देश को पहले फारस के नाम से जाना जाता था।
यह दक्षिण पश्चिम एशिया में स्थित एक प्राचीन सभ्यता है। राजनीतिक दृष्टि से इसे पश्चिम एशिया या मध्य पूर्व में शामिल किया जाता है।
ईरान पर पहलवी राजवंश का शासन था, जिसे 1979 में अयातुल्ला खुमैनी के नेतृत्व में हुई इस्लामी क्रांति में उखाड़ फेंका गया था और देश में इस्लामी गणतंत्र ईरान की स्थापना की गई ।
ईरान एक इस्लामिक देश है, जिसमे इसकी बहुसंख्यक आबादी शिया मुसलमानों की है।
ईरान खुद को दुनिया भर के मुसलमानों, खासकर शिया संप्रदाय का नेता मानता है।
सर्वोच्च नेता: अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनेई
राष्ट्रपति: मसूद पेज़ेशकियान
राजधानी: तेहरान
मुद्रा: ईरानी रियाल
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