ईरानी सरकार ने 19 मई 2024 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, उसके विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और सात अन्य लोगों की मौत की पुष्टि की है।
राष्ट्रपति को ले जा रहा हेलीकॉप्टर ईरान के पूर्वी अज़रबैजान प्रांत में उजी गांव के पास वरज़ेघन के पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। राष्ट्रपति रायसी अज़रबैजान के साथ ईरान की सीमा पर एक बांध के उदघाटन समारोह में भाग लेने के बाद वापस लौट रहे थे।
भारत सरकार ने इब्राहिम रईसी की मौत पर शोक व्यक्त किया है और 21 मई 2024 को एक दिन के शोक की घोषणा की है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इब्राहिम रायसी के अंतिम संस्कार में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो 22 मई को तेहरान विश्वविद्यालय में होगा। अंतिम संस्कार का नेतृत्व ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई करेंगे।
ईरान के संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति की मृत्यु की स्थिति में, नया राष्ट्रपति चुने जाने तक उपराष्ट्रपति पद ग्रहण करता है। ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर ने ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला है।
कार्यवाहक विदेश मंत्री - होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मृत्यु के बाद अली बघेरी कानी को ईरान के कार्यवाहक विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।
ईरानी संविधान में प्रावधान है कि राष्ट्रपति का पद रिक्त होने की स्थिति में, उपराष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रपति का पद ग्रहण करता है। संविधान के अनुसार कार्यवाहक राष्ट्रपति के पद संभालने के 50 दिनों के भीतर चुनाव कराना उपराष्ट्रपति, संसद के अध्यक्ष और न्यायपालिका के प्रमुख की जिम्मेदारी होगी। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कार्यवाहक राष्ट्रपति मोखबर को नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव आयोजित करने के लिए जिम्मेदार बनाया है ।
इब्राहिम रायसी कौन थे?
63 वर्षीय ईरानी नेता को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का उत्तराधिकारी माना जाता था। उन्हें 2021 में ईरान के आठवें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था।
उनके राष्ट्रपति काल के दौरान ईरान की नैतिकता पुलिस की हिरासत में महसा अमीन की मौत पर देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। रूढ़िवादी ईरान में महिलाओं के लिए सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनना अनिवार्य है। महसा अमीन ने सार्वजनिक रूप से अनिवार्य हिजाब पहनने से इनकार कर दिया था। उसे ईरान की नैतिकता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और हिरासत में ही उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने हिजाब पहनने के खिलाफ और महिलाओं के अधिकारों के समर्थन में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे।
रायसी सरकार ने सार्वजनिक विरोध पर क्रूर कार्रवाई की, जिसमें प्रदर्शनकारियों को फाँसी देना भी शामिल था। संयुक्त राष्ट्र ने ईरानी सरकार की कार्रवाई को मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया था ।
ईरान एक शिया मुस्लिम बहुल देश है। इस्लाम में दो मुख्य संप्रदाय हैं, शिया और सुन्नी हैं । लगभग पूरे मुस्लिम जगत में सुन्नी का वर्चस्व है। शिया, जो मुसलमानों में अल्पसंख्यक हैं, ईरान, इराक, बहरीन और अजरबैजान में बहुसंख्यक हैं।
ईरान ख़ुद को मुसलमानों, ख़ासकर शिया मुसलमानों का नेता मानता है. 1979 में इस्लामी क्रांति के बाद, ईरानी संविधान ने एक मिश्रित शासन प्रणाली प्रदान की जिसमें सरकार की कार्यकारी, विधायी और न्यायिक शाखाओं की देखरेख शिया धार्मिक नेताओं के प्रभुत्व वाले निकायों द्वारा की जाती है। शिया धार्मिक नेताओं के मुखिया को सर्वोच्च नेता कहा जाता है। अयातुल्ला खुमैनी, जिन्हें 1979 की ईरानी इस्लामी क्रांति का श्रेय दिया जाता है, ईरान के पहले सर्वोच्च नेता थे।
विशेषज्ञों की सभा (मजलेस-ए खोबरेगान) इस्लामी न्यायशास्त्र के विशेषज्ञों से बनी है जो योग्य शिया धार्मिक नेताओं में से अपने नेता को चुनते जिसे सर्वोच्च नेता कहा जाता हैं। सर्वोच्च नेता के पास व्यापक शक्ति होती है और उसे वरिष्ठ सैन्य और रिवोल्यूशनरी गार्ड अधिकारियों और न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक करने कर अधिकार होता है। नेता के पास युद्ध की घोषणा करने की भी शक्ति है और वह ईरान के सशस्त्र बलों का प्रमुख कमांडर है।
सर्वोच्च नेता राष्ट्र की नीति की सामान्य दिशा भी निर्धारित करता है। सर्वोच्च नेता के पद के कार्यकाल की कोई सीमा नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों की सभा सर्वोच्च नेता को पद से हटा सकती है।
जून 1989 में अयातुल्ला खुमैनी की मृत्यु के बाद विशेषज्ञों की सभा ने अयातुल्ला अली खामेनेई को सर्वोच्च नेता चुना था ।
ईरान का राष्ट्रपति, जो सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार द्वारा चुना जाता है, कार्यकारी शाखा का प्रमुख होता है । ईरान के राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए व्यक्ति को मूल-निवासी ईरानी शिया होना अनिवार्य है ।
राष्ट्रपति का कार्यकाल चार वर्ष का होता है और उसे दोबारा चुना जा सकता है। राष्ट्रपति मंत्रिपरिषद का चयन करता है।
राजधानी: तेहरान
मुद्रा: ईरानी रियाल