ली जे-म्यांग ने राष्ट्रपति पद के लिए हुए उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद 4 जून, 2025 को सियोल, दक्षिण कोरिया के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, जिसे आधिकारिक तौर पर कोरिया गणराज्य के रूप में जाना जाता है।
पूर्व राष्ट्रपति यूं सुक-योल के महाभियोग के बाद 3 जून 2025 को देश में राष्ट्रपति पद के लिए उपचुनाव हुआ था।
राष्ट्रपति यूं सुक-योल को 3 दिसंबर, 2024 की रात को देश में मार्शल लॉ लागू करने के बाद पद से हटा दिया गया था। दक्षिण कोरियाई संसद द्वारा इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किये जाने के बाद उन्हें 4 दिसंबर की सुबह मार्शल लॉ हटाना पड़ा था।
3 जून 2025 को दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति पद के लिए उपचुनाव हुआ, जिसमें विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्यांग सत्तारूढ़ पीपुल पावर पार्टी के किम मून-सू के खिलाफ खड़े हुए।
ली जे-म्यांग अपना तीसरा राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे थे। वे 2022 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव में यूं सुक-योल से बहुत ही कम बहुमत हार गए थे।
ली जे-म्यांग ने 2024 के संसदीय चुनाव में अपनी पार्टी को शानदार जीत दिलाई थी।
वे पूर्व राष्ट्रपति यूं सुक-योल द्वारा मार्शल लॉ लगाए जाने के बाद देश में भड़के विरोध का प्रमुख चेहरा बन कर उभरे थे।
2025 के राष्ट्रपति उपचुनाव में, ली जे-म्यांग ने 51.7% वोट हासिल किए, जबकि किम मून-सू को 39.3% वोट मिले।
दक्षिण कोरियाई संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति का कार्यकाल पाँच वर्ष का होता है और उसका सिर्फ एक ही कार्यकाल होता है।
दक्षिण कोरियाई शासन प्रणाली संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रपति प्रणाली के अनुरूप है।
राष्ट्रपति देश के राष्ट्राध्यक्ष और देश की सशस्त्र सेनाओं के कमांडर इन चीफ होते हैं।
राष्ट्रपति के कार्यालय और निवास स्थान को ब्लू हाउस के नाम से जाना जाता है।
कोरिया गणराज्य या दक्षिण कोरिया कोरियाई प्रायद्वीप में एक पूर्वी एशियाई देश है।
कोरियाई प्रायद्वीप के उत्तर कोरिया (डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया) और दक्षिण कोरिया में विभाजन के कारण अगस्त 1948 में इसकी स्थापना हुई थी।
दक्षिण कोरिया एक अत्यधिक औद्योगिक अर्थव्यवस्था है, जो चीन, जापान और भारत के बाद एशिया में चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
राजधानी: सियोल
मुद्रा: दक्षिण कोरियाई वोन
राष्ट्रपति: ली जे-म्यांग
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