केंद्र सरकार ने 2027 की जनगणना को डिजिटल मोड में दो चरणों में कराने को मंजूरी दे दी है,जिसमे जाति गणना भी शामिल होगी। 1931 में अंग्रेजों ने देश में आखिरी जाति जनगणना कराई थी।
30 अप्रैल 2025 को, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आगामी जनसंख्या जनगणना में जाति गणना को शामिल करने को मंजूरी दी थी।
पिछली राष्ट्रव्यापी दशकीय जनगणना 2011 में आयोजित की गई थी। 2020 में कोविड-19 के प्रकोप के कारण देश में 2021 की जनगणना,समय पर शुरू नहीं की जा सकी।
2027 की जनसंख्या जनगणना, 2011 की जनगणना की तरह ही दो चरणों में आयोजित की जाएगी।
चरण I में घरों की सूची बनाना शामिल होगा, और चरण II में जाति सहित जनसंख्या की गणना शामिल होगी।
संदर्भ तिथि
केंद्र सरकार जून 2025 में चरण I और चरण II के लिए विस्तृत अनुसूची जारी करेगी।
2027 जनगणना के आंकड़ों को बनाए रखने के लिए एक समर्पित जनगणना पोर्टल होगा।
जनगणना करने वाले घर-घर जाएंगे और लोगों की जानकारी टैबलेट या स्मार्टफोन में डाली जाएगी जो जनगणना पोर्टल से जुड़ी होगी।
लोग खुद भी जनगणना पोर्टल पर अपना विवरण भी भर सकते हैं।
पोर्टल पर जानकारी भरने के बाद, एक विशिष्ट आईडी बनाई जाएगी और व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी। जनगणना प्रक्रिया को पूरा करने के लिए व्यक्ति घरों की सूची चरण के दौरान जनगणना करने वाले के साथ आईडी साझा करेगा।
रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त - मृत्युंजय कुमार नारायण