कराची बंदरगाह पर भारतीय नौसेना के सफल हमले की याद में हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान, भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची के खिलाफ ऑपरेशन ट्राइडेंट चलाया। ऑपरेशन ट्राइडेंट के दौरान, क्षेत्र में पहली बार एंटी-शिप मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। इस घटना को मनाने के लिए भारत हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाता है।
भारतीय नौसेना दिवस की थीम:
- भारतीय नौसेना दिवस 2023 का विषय "समुद्री क्षेत्र में परिचालन दक्षता, तत्परता और मिशन उपलब्धि" है। यह थीम राष्ट्रीय हितों की रक्षा और समुद्री सुरक्षा को बनाए रखने के लिए नौसेना की अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालता है।
भारतीय नौसेना दिवस मनाने की शुरुआत:
- पहली बार नौसेना दिवस 21 अक्टूबर 1944 को रॉयल इंडियन नेवी द्वारा मनाया गया था, जो ब्रिटिश नौसेना के रॉयल नेवी के ‘ट्राफलगर दिवस’ के साथ मेल खाता था।
- वर्ष 1971 तक नौसेना दिवस 15 दिसंबर को मनाया जाता था और जिस सप्ताह में 15 दिसंबर पड़ता था उसे नौसेना सप्ताह के रूप में मनाया जाता था।
- मई 1972 में वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों के बैठक में, यह निर्णय लिया गया कि वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय नौसेना के प्रयासों और उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए प्रति वर्ष, 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाएगा।
भारतीय नौसेना की उत्पत्ति:
- भारतीय नौसेना की उत्पत्ति की प्रथम जानकारी मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी के समय से मानी जाती है। आधुनिक समय में सर्वप्रथम छत्रपति शिवाजी ने नौसेना शक्ति के रणनीतिक महत्व को पहचाना।
- 17वीं शताब्दी में, छत्रपति शिवाजी ने एक दुर्जेय नौसेना की स्थापना की जिसने कोंकण तट की कमान संभाली और समुद्री क्षेत्र में दुर्जेयता की नींव रखी।
भारतीय नौसेना का महत्व:
- स्वतंत्रता के बाद, भारतीय नौसेना राष्ट्रीय सुरक्षा के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभरी, जिसने 1965 के भारत-पाक युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 1971 के भारत-पाक युद्ध में अपनी रणनीतिक महत्व का प्रदर्शन किया।
- वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय नौसेना के अतुल्य पराक्रम से कराची बंदरगाह पर निर्णायक जीत दर्ज की।
भारतीय नौसेना के ध्वज में हुए बदलाव:
- सितंबर 2023 में भारतीय नौसेना के ध्वज में बदलाव किए गए हैं, नए ध्वज से सेंट जॉर्ज क्रॉस को हटा दिया गया है। अब ऊपर बाईं ओर तिरंगा बना है। बगल में नीले रंग के बैकग्राउंड पर गोल्डर कलर में अशोक चिह्न बना है। इसके नीचे संस्कृत भाषा में 'शं नो वरुणः' लिखा गया है।
भारतीय नौसेना:
- स्थापना: 26 जनवरी 1950
- यह “केंद्रीय”रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है
- राष्ट्रपति नौसेना का सर्वोच्च कमांडर होता है।
- वर्तमान नौसेनाध्यक्ष: एडमिरल आर. हरि कुमार
- नौसेना दिवस: 4 दिसंबर
भारतीय नौसेना का कमान और उसका मुख्यालय
ऑपरेशनल नेवल कमान
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मुख्यालय
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पश्चिमी नौसेना कमान
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मुंबई
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दक्षिणी नौसेना कमान
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कोच्चि
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पूर्वी नौसेना कमान
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विशाखापत्तनम
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महत्वपूर्ण तथ्य:
- भारतीय थल और वायु सेना की सात-सात कमानहैं जबकि भारतीय नौसेना की तीन कमान हैं।
- इसके साथ ही दो 'ट्राई-सर्विसेज़' या 'त्रि-सेवा कमांड' भी हैं, अंडमान और निकोबार कमांड (एएनसी), जिसका नेतृत्व तीनों सेनाओं के अधिकारी करते हैं। जबकि ‘स्ट्रैटेजिक फोर्स कामन भारत की परमाणु संबंधित गतिविधियों के लिए ज़िम्मेदार है।