हाल ही में जारी पहले वैश्विक प्रकृति संरक्षण सूचकांक, 2024 में भारत को सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले पांच देशों में से एक के रूप में स्थान दिया गया है। प्रकृति संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता के मामले में भारत 180 देशों में 176वें स्थान पर था। छोटे यूरोपीय देश लक्ज़मबर्ग को शीर्ष स्थान दिया गया था जबकि प्रशांत द्वीप देश किरिबाती को वैश्विक प्रकृति संरक्षण सूचकांक में सबसे नीचे स्थान दिया गया।
वैश्विक प्रकृति संरक्षण सूचकांक, द गोल्डमैन सोनेनफेल्ट स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी एंड क्लाइमेट चेंज, बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ द नेगेव, इज़राइल और गैर-लाभकारी वेबसाइट बीओड्ब.कॉम(BioDB.com) द्वारा तैयार और जारी किया गया है।
पहला वैश्विक प्रकृति संरक्षण प्रकृति सूचकांक अक्टूबर 2024 में जारी किया गया था।
वैश्विक प्रकृति संरक्षण सूचकांक यह दिखाता है कि कोई भी देश अपने पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा कैसे कर रहे हैं। देशों की रैंकिंग करते समय सूचकांक कई कारकों का मूल्यांकन करता है जैसे, देश में खतरे में पौधों और जानवरों की प्रजातियों की संख्या, संरक्षित क्षेत्रों का आकार और गुणवत्ता, आवासों का स्वास्थ्य और देश के संरक्षण कार्यक्रमों की प्रभावशीलता।
इस सूचकांक के प्रमुख स्तंभ हैं;
इन स्तंभों का मूल्यांकन 25 प्रदर्शन संकेतकों का उपयोग करके किया गया है। सूचकांक के लिए आंकड़े विश्व बैंक और आईयूसीएन (प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ) से लिया गया है।
100 में से 45.5 के स्कोर के साथ भारत 180 देशों में 176वें स्थान पर है। भारत को उसके अकुशल भूमि प्रबंधन और जैव विविधता के लिए बढ़ते खतरों के कारण निचले स्थान पर रखा गया है।
भूमि प्रबंधन श्रेणी में भारत को 42 अंक के साथ विश्व में 154वां स्थान दिया गया है।जैव विविधता के लिए खतरा श्रेणी में 54 अंक के साथ 177वां स्थान है। क्षमता और शासन श्रेणी में भारत को 60 अंक के साथ 115वां स्थान और भविष्य के रुझान में 35 अंक के साथ 133वां स्थान मिला है।
वैश्विक प्रकृति संरक्षण प्रकृति सूचकांक में सबसे अच्छा और सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश निम्नलिखित हैं।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले देश
सूचकांक पर सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश
180. किरिबाती- स्कोर 41.2
179. तुर्किये- 41.5
178.इराक-43.3
177.माइक्रोनेशिया-43.8
176.भारत-45.5
175.टोगो-45.8
174.बहरीन-45.9
173.बांग्लादेश-46.14
172.लेबनान-46.15
171.मार्शल द्वीपसमूह-46.6