भारत और इटली ने वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत-ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता की 13वीं मंत्रिस्तरीय बैठक लंदन, यूनाइटेड किंगडम में आयोजित की गई। इसके अलावा पर्यटन सहयोग पर चौथी भारत-जापान संयुक्त कार्य समूह की बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई।
भारत और इटली ने दिल्ली में 11 अप्रैल 2025 को वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इटली की विश्वविद्यालय और अनुसंधान मंत्री सुश्री अन्ना मारिया बर्निनी की भारत यात्रा के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
यह एमओयू केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह से उनकी मुलाकात के दौरान की गई।
दोनों मंत्रियों ने क्वांटम प्रौद्योगिकियों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जैव प्रौद्योगिकी और अन्य उभरते क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।
उन्होंने वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग के लिए 2025-2027 कार्यकारी कार्यक्रम को लागू करने पर भी सहमति व्यक्त की, जिसका उद्देश्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और डिजिटलीकरण जैसी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों में सहयोग को बढ़ावा देना है।
भारत-यूनाइटेड किंगडम आर्थिक एवं वित्तीय वार्ता की 13वीं मंत्रिस्तरीय बैठक 8 अप्रैल 2025 को लंदन में आयोजित की गई।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय वित्त मंत्री एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया। यूनाइटेड किंगडम के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूनाइटेड किंगडम की चांसलर ऑफ द एक्सचेकर रेचल रीव्स ने किया।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में वित्त सचिव अजय सेठ, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के अध्यक्ष के राजाराम और वित्त मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने वर्चुअली इस बैठक में भाग लिया।
यह बैठक वित्तीय सेवा क्षेत्र, फिनटेक, डिजिटल अर्थव्यवस्था और संबंधित नियामक निकायों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए आयोजित की गई थी। अगली बैठक 2026 में भारत में आयोजित की जाएगी।
भारत और जापान के बीच पर्यटन सहयोग पर संयुक्त कार्य समूह की चौथी बैठक 10 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में आयोजित की गई।
बैठक में दोनों देशों के बीच पर्यटन संबंधों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की महानिदेशक मुग्धा सिन्हा ने किया।
जापानी पक्ष का नेतृत्व जापान पर्यटन एजेंसी के आयुक्त हरिकावा नाओया ने किया।
बैठक का फोकस
बैठक में दोनों देशों के बीच पर्यटन संबंधों को बढ़ाने, जापान में भारतीय बौद्ध स्थलों को बढ़ावा देने और हवाई संपर्क में सुधार करने तथा देश में जापानी छात्रों की यात्राओं को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बैठक में पर्यटकों के प्रवाह को बढ़ाने के लिए मीडिया और प्रभावशाली लोगों की भागीदारी बढ़ाने और रणनीतियों पर भी चर्चा की गई।