19 नवम्बर 2023 को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार, 2022 देश में कोविड योद्धाओं के प्रतिनिधि के रूप में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएनएआई) को संयुक्त रूप से दिया गया।
आईएमए और टीएनएआई को इंदिरा गांधी पुरस्कार, 2022:
- पूर्व उपराष्ट्रपति एम हामिद अंसारी ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष शरद कुमार अग्रवाल और ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रॉय के जॉर्ज को यह पुरस्कार प्रदान किया।
- इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्ष सोनिया गांधी के अनुसार, यह पुरस्कार प्रत्येक चिकित्सक, नर्स, पैरामेडिक और कार्यकर्ता को उनकी नि:स्वार्थ सेवा, अडिग समर्पण और विपरीत परिस्थितियों में दृढ़ता के लिए दिया गया है।
इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार:
- स्थापना: 1986 (‘इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट’ द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में की गई)।
- इस पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र के साथ 25 लाख रुपए की मौद्रिक राशि भी पुरस्कारस्वरूप भी दी जाती है।
- यह पुरस्कार उन व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है, जो अंतर्राष्ट्रीय शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं।
- यह पुरस्कार इस तरहों की प्रवृत्तियों को बढ़ावा देता है कि वैज्ञानिक खोजों का उपयोग, स्वतंत्रता और बेहतर मानवता के दायरे को आगे बढ़ाने तथा एक नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था बनाने के लिए किया जाए।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए):
- आईएमए भारत में आधुनिक चिकित्सा प्रणाली के डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व वाला सबसे बड़ा संगठन है, जो डॉक्टरों के हितों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर समुदाय के कल्याण का भी ध्यान रखता है।
- आईएमए में लगभग 3.5 लाख डॉक्टरों की सदस्यता है जो भारत के लगभग सभी जिलों में सभी राज्य शाखाओं, संघ क्षेत्रीय शाखाओं और 1702 स्थानीय शाखाओं में कार्यरत हैं।
- स्वतंत्रता पूर्व युग में भारत में कुछ स्थानों पर डॉक्टरों के अलग-अलग संघ मौजूद थे। परन्तु स्वतन्त्रोपरांत डॉक्टरों के एक सम्मेलन में इस बात पर सहमति बनी कि इन सभी डॉक्टरों की एक एसोसिएशन बनाई जाए जो कि सभी के साझे हित के लिए काम करे।
- वर्ष 1928 में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नाम के साथ इस संघ की स्थापना हुई और तब से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एक लंबा सफर तय किया है और देश के अच्छे-बुरे समय के दौरान महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएनएआई):
- टीएनएआई विभिन्न स्तरों पर नर्स पेशेवरों का एक राष्ट्रीय संगठन है। इसकी स्थापना 1908 में हुई थी और आरंभ में इसे नर्सिंग अधीक्षक संघ के नाम से जाना जाता था।
- भारत सरकार ने 1950 में टीएनएआई को एक सेवा संगठन के रूप में मान्यता दी है। सभी राज्य सरकारों द्वारा समान मान्यता दी गई जी कि इसके उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है।
टीएनएआई स्थापना का उद्देश्य:
- नर्सिंग पेशे की गरिमा और सम्मान को बढ़ावा देना।
- सभी नर्सों के बीच आत्मसम्मान की भावना को बढ़ावा देना।
- नर्सों के सेवाभाव से पेशेवर, शैक्षिक, आर्थिक और आमजन कल्याण को आगे बढ़ाना।
टीएनएआई का कार्य:
- नर्सिंग शिक्षा के मानकों को प्रतिपादित करना और उचित चैनलों के माध्यम से इन्हें लागू करना।
- नर्सिंग प्रैक्टिस के लिए मानक और योग्यताएं स्थापित करना।
- नर्सिंग सेवा के निर्धारित मानकों को उचित चैनलों के माध्यम से लागू करना।
- चिकित्सकों के लिए नैतिक आचरण संहिता स्थापित करना।
- इस क्षेत्र में अनुसंधान को प्रोत्साहन और बढ़ावा देना
- साक्ष्य-आधारित नर्सिंग अभ्यास के लिए ज्ञान बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना।
- चिकित्सकों के सतत व्यावसायिक विकास के लिए प्रावधान करना।
- कानून का निर्माण करना और विधायी कार्रवाई के संबंध में नर्सों के लिए बात रखना।
- नर्सों के आर्थिक कल्याण को बढ़ावा देना और उसकी रक्षा करना।
- नर्सों के लिए पेशेवर परामर्श और प्लेसमेंट सेवा प्रदान करना।
इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार:
- स्थापना: 1986 (‘इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट’ द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में की गई)।
- इस पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र के साथ 25 लाख रुपए का मौद्रिक राशि भी पुरस्कारस्वरूप भी दी जाती है।