भारत सरकार ने 19 नवंबर 2024 को विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर तीन सप्ताह का अभियान, "हमारा शौचालय: हमारा सम्मान" शुरू किया है। यह अभियान 10 दिसंबर 2024 को मानवाधिकार दिवस के अवसर पर समाप्त होगा। मानवाधिकार दिवस पर अभियान का अंत स्वच्छता, मानवाधिकार और व्यक्ति की गरिमा के बीच शक्तिशाली संबंध का प्रतीक है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने तीन सप्ताह का हमारा शौचालय: हमारा सम्मान अभियान शुरू किया है। विभाग भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण घटक की नोडल कार्यान्वयन एजेंसी है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को देशव्यापी स्वच्छता अभियान की घोषणा की थी और 2 अक्टूबर 2014 को औपचारिक रूप से स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया गया था।
इसके दो घटक हैं, स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण और स्वच्छ भारत मिशन-शहरी।
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी को लागू करने के लिए केंद्रीय आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय नोडल एजेंसी है।
पहला शौचालय दिवस 2001 में विश्व शौचालय संगठन द्वारा मनाया गया था।
2013 से, संयुक्त राष्ट्र हर साल 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस मनाता है। यह दिन शौचालयों का जश्न मनाता है और सुरक्षित रूप से प्रबंधित स्वच्छता तक पहुंच से वंचित लोगों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाता है।
यह दिवस सतत विकास लक्ष्य 6: 2030 तक सभी के लिए पानी और स्वच्छता, को प्राप्त करने के लिए दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाता है।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूएन वॉटर वार्षिक विश्व शौचालय दिवस थीम का चयन करती है।
2024 विश्व शौचालय दिवस का विषय 'शांति के लिए स्वच्छता' है।