भारत सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में रिजर्व महिला बटालियन स्थापित करने को हरी झंडी दे दी है। यह जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 12 नवंबर 2024 को सोशल मीडिया पर दी थी। सीआईएसएफ में यह पहली रिजर्व महिला बटालियन होगी।
सीआईएसएफ वर्तमान में 12 रिजर्व बटालियन संचालित करता है,जिन्हें कार्यबल के स्थाई कार्य जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों, वीआईपी सुरक्षा आदि और अस्थायी कार्य जैसे चुनाव संबंधी तैनाती में बल की सुदृढीकरण के रूप में तैनात किया जाता है।
मार्च 2022 में आयोजित 53वें सीआईएसएफ दिवस समारोह के दौरान अमित शाह ने सीआईएसएफ के शीर्ष अधिकारियों को महिला कर्मियों की एक रिजर्व बटालियन बनाने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था ।
सीआईएसएफ के शीर्ष अधिकारियों द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव को बाद में अनुमति देते हुए ,अमित शाह इन इसकी घोषणा की है।
रिजर्व महिला बटालियन जिसमें 1025 कर्मी होंगे, सीआईएसएफ की मौजूदा महिला कर्मियों से बनाई जाएगी। इसका नेतृत्व एक वरिष्ठ महिला कमांडेंट द्वारा किया जाएगा।
वर्तमान में सीआईएसएफ बल में लगभग 7 प्रतिशत कर्मी,महिला हैं।
सीआईएसएफ ने अपने नई दिल्ली मुख्यालय में अपनी पहली महिला रिजर्व बटालियन के लिए भर्ती और विशेष प्रशिक्षण का काम शुरू कर दिया है।
भारत सरकार एक प्रगतिशील महिला सशक्तिकरण नीति का पालन कर रही है जहां महिलाओं को सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल जैसे सीआईएसएफ, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), असम राइफल्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) में शामिल किया जा रहा है।
इस निर्णय से महिलाओं को इन बलों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
सभी सात सीएपीएफ, केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आते है।
सीआईएसजी की स्थापना 1969 में भारत सरकार द्वारा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अधिनियम 1968 के तहत की गई थी।
वर्तमान महानिदेशक; आर एस भट्टी
सीआईएसएफ दिवस- 10 मार्च
सीआईएसएफ का आदर्श वाक्य: सुरक्षा और संरक्षण