भारतीय नौसेना की सब लेफ्टिनेंट अनामिका बी राजीव भारतीय नौसेना की पहली महिला हेलीकॉप्टर पायलट बन गई है। वह 102वें हेलीकॉप्टर कन्वर्जन कोर्स के सफल नौसेना अधिकारियों में से एक थीं जिन्होंने भारतीय नौसेना के नौसेना हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। भारतीय नौसेना का नौसेना हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल,तमिलनाडु के रानीपेट जिले के अराकोणम में स्थित नौसेना वायु स्टेशन आईएनएस राजली में स्थित है।
अब वह सी किंग्स, एएलएच ध्रुव, चेतक और एमएच-60आर सीहॉक्स जैसे नौसेना हेलीकॉप्टर उड़ाएंगी।
भारतीय नौसेना एयर स्क्वाड्रन 561,नौसेना का हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल है जो तमिलनाडु के रानीपेट जिले के अराकोणम में आईएनएस राजाली में स्थित है। भारतीय नौसेना की पूर्वी नौसेना कमान आईएनएस राजाली का संचालन करती है।
आईएनएस राजाली को एशिया का सबसे लंबा सैन्य रनवे होने का गौरव प्राप्त है।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मित्र राष्ट्रों द्वारा उपयोग के लिए अंग्रेजों ने 1942 की शुरुआत में अराकोणम में हवाई क्षेत्र का निर्माण किया। युद्ध के बाद अंग्रेजों द्वारा इसे लावारिस छोड़ दिया गया। 1980 के दशक में इसे भारतीय नौसेना को स्थानांतरित कर दिया गया।
भारतीय नौसेना ने हवाई क्षेत्र का पुनर्निर्माण किया और इसे आईएनएस राजाली के रूप में शुरू किया।
ईएनएस राजली के प्रतिष्ठित हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल ने भारतीय नौसेना, भारतीय तट रक्षक और मित्रवत विदेशी देशों के 849 पायलटों को प्रशिक्षित किया है।
1992 तक भारतीय नौसेना ने महिलाओं को नौसेना के मेडिकल विंग में काम करने की अनुमति थी । 1992 में यह नीति बदल दी गई, और महिलाओं को धीरे-धीरे भारतीय नौसेना की सभी शाखाओं में भर्ती किया जाने लगा ।
लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा (नई दिल्ली), लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप (तिलहर, उत्तर प्रदेश), और लेफ्टिनेंट शिवांगी (मुजफ्फरपुर, बिहार) भारतीय नौसेना की पहली तीन महिला पायलट थीं। उन्होंने 2020 में डोर्नियर विमान पर भारतीय नौसेना के समुद्री टोही मिशन से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
आज तक भारतीय नौसेना द्वारा लड़ाकू विमान के लिए किसी भी महिला पायलट की भर्ती नहीं की गई है।
2018 में, तीन महिला पायलटों, मध्य प्रदेश की अवनी चतुर्वेदी, राजस्थान की मोहना सिंह और बिहार की भावना कंठ को भारतीय वायु सेना में लड़ाकू पायलट के रूप में नियुक्त किया गया था।
2018 में अवनि चतुर्वेदी ने अकेले लड़ाकू विमान, मिग-21 बाइसन उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बनकर इतिहास रच दिया।
भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर नमृता चंडी 10 फरवरी 2001 को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन के ऊपर से उड़ान भरने वाली पहली महिला पायलट बनीं। वह भारतीय वायु सेना की एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं।