विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 25 से 27 जुलाई 2024 तक लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की राजधानी वियनतियाने की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान अयोध्या के राम लला पर पहले डाक टिकट का अनावरण किया। वह आसियान से संबंधित विदेश मंत्री के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए वियनतियाने में थे। डॉ. जयशंकर क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए टोक्यो रवाना हुए।
वियनतियाने की अपनी यात्रा के दौरान, एस जयशंकर और लाओ के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री, सेलुमक्से कोमासिथ ने संयुक्त रूप से डाक टिकटों के दो सेटों का अनावरण किया। डाक टिकटों का विषय था "लाओ पीडीआर और भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाना।"
एक डाक टिकट पर अयोध्या से राम लला की मूर्ति को दर्शाया गया था, और दूसरा डाक टिकट ,लुआंग प्रबांग के भगवान बुद्ध की स्मृति में जारी किया गया । लुआंग प्रबांग लाओ की प्राचीन राजधानी है।
लाओ अब मुख्य रूप से बौद्ध देश है, लेकिन इसकी संस्कृति और परंपराएं पर हिंदू धर्म का भी गहरा प्रभाव हैं।
लाओ में, रामायण को रामकियेन या फ्रा लाक फ्रा राम की कहानी के रूप में जाना जाता है और लाओ में महत्वपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान इसका प्रदर्शन किया जाता है।
भारत के साथ आसियान पश्चात मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए जयशंकर की लाओस यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए यहां क्लिक करें
एस जयशंकर ने 29 जुलाई 2024 को टोक्यो, जापान में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लिया।
बैठक में भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर, ऑस्ट्रेलिया की पेनी वोंग, जापान के योको कामिकावा और संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भाग लिया।
विदेश मंत्रियों ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को बाधित करने वाले किसी भी देश की एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध किया।
चीन का फिलीपींस, इंडोनेशिया, वियतनाम और अन्य देशों के साथ विशाल दक्षिण चीन सागर क्षेत्र को लेकर विवाद चल रहा है, जिस पर चीन अपना दावा करता है। यह क्षेत्र तेल और गैस संसाधनों से समृद्ध है।
विदेश मंत्रियों की बैठक में, यह घोषणा की गई कि भारत 2024 में अगली क्वाड शिखर बैठक की मेजबानी करेगा, और संयुक्त राज्य अमेरिका 2025 में अगली क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा।
महत्वपूर्ण फुल फॉर्म
क्वाड (QUAD): क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलाग (Quadrilateral Security Dialogue)