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डीआरडीओ ने चौथी पीढ़ी के वीएसएचओआरएडी वायु रक्षा प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
DRDO successfully test the 4th Gen VSHORADS Air defence system Defence 4 min read

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 03 और 04 अक्टूबर 2024 को राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में चौथी पीढ़ी की बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (वीएसएचआरओएडीएस) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। 

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार वीएसएचआरओएडीएस का परीक्षण सफल रहा है और इस प्रणाली का  प्रारंभिक उपयोगकर्ता परीक्षण और उत्पादन जल्द ही शुरू हो जाएगा।

वीएसएचआरओएडीएस के विकासकर्ता 

वीएसएचआरओएडीएस को डीआरडीओ की  अनुसंधान केंद्र इमारत (RCI), हैदराबाद द्वारा अन्य डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं और निजी कंपनियों के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।

वीएसएचआरओएडीएस प्रणाली के बारे में 

वीएसएचआरओएडीएस, एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (एमएएनपीएडीएस) है जिसे भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के उपयोग के लिए विकसित किया जा रहा है।

  • यह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है जिसकी मारक क्षमता छह किलोमीटर तक है।
  • वीएसएचआरओएडीएस, एक वायु रक्षा प्रणाली है जो कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों, कम ऊंचाई पर उड़ने वाले मानव रहित हवाई वाहनों जैसे हवाई खतरों को बेअसर कर सकती है।
  • डीआरडीओ  द्वारा विकसित किए जा रहे चौथी पीढ़ी की वीएसएचआरओएडीएस, इमेजिंग इंफ्रारेड होमिंग सिस्टम से लेस है।
  • इस तकनीक में  (दुशमन के विमान के) ताप स्रोत का पता लगाने और उसे ट्रैक करने के अलावा उसकी छवि बनाने की क्षमता है। यह दुशमन के विमानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले इन्फ्रारेड जैमिंग के प्रति भी लचीला है और दुश्मन के विमान रक्षात्मक सूट द्वारा छोड़े गए भ्रामक इन्फ्रारेड फ्लेयर्स और विमान द्वारा छोड़े गए इन्फ्रारेड के बीच आसानी से भेदभाव कर सकता है और दुश्मन  के विमान पर सटीक प्रहार कर सकता है।
  • लगभग 21 किलोग्राम वजन होने के कारण, डीआरडीओ के वीएसएचआरओएडीएस  मिसाइल को एक तिपाई के माध्यम से लॉन्च किया जाता है।
  • भारतीय सेना के पास फिलहाल रूस निर्मित इगला -एस एमएएनपीएडीएस है ।

एमएएनपीएडीएस  प्रणाली के बारे में

  •  मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (एमएएनपीएडीएस) को किसी देश की अंतिम मिसाइल आधारित वायु रक्षा प्रणाली माना जाता है। इसे एक व्यक्ति या लोगों के समूह द्वारा चलाया जा सकता है। इसे अक्सर कंधे से दागी जाने वाली विमानभेदी मिसाइल भी कहा जाता है। हालाँकि, डीआरडीओ  द्वारा विकसित किए जा रहे वर्तमान वीएसएचआरओएडीएस  में कंधे से दागी जाने वाली विमान भेदी मिसाइल क्षमता नहीं है।
  • डीआरडीओ एक नई एमएएनपीएडीएस पर काम कर रहा है जिसे एक अकेले सैनिक द्वारा लॉन्चर के माध्यम से दगा जा सके।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका की विश्व प्रसिद्ध स्टिंगर मिसाइलें एक प्रकार की एमएएनपीएडीएस हैं जिन्हें एक सैनिक द्वारा दागा जा सकता है।
  • वर्तमान में लगभग 30 देश एमएएनपीएडीएस  प्रणाली के प्रमुख उत्पादक हैं जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, रूस, स्वीडन, यूनाइटेड किंगडम अग्रणी हैं।

डीआरडीओ के अध्यक्ष: डॉ समीर वी कामत

फुल फॉर्म

  • वीएसएचओआरएडीएस /VSHORADS:  वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम  (Very Short Range Air Defence System)।
  • एमएएनपीएडीएस (MANPADS): मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (Man Portable Air Defence System)
  • डीआरडीओ/DRDO: डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन (Defence Reaserch and Development Organisation)

FAQ

उत्तर : सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल

उत्तर: राजस्थान में पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में

उत्तर: छह किलोमीटर तक.

उत्तर: मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम
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