17 वर्षीय धनुष लोगानाथन,आईडबल्यूएफ़ जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2024 में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय थे। पिछले साल मैक्सिको के ग्वाडलाजारा में आयोजित संस्करण में, भारत एक भी पदक जीतने में असफल रहा था ।
धनुष लोगाबाथन ने पुरुषों की 55 किलोग्राम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। उन्होंने 231 किग्रा (107 स्नैच + 124 किग्रा क्लीन एंड जर्क) का वजन उठाकर कांस्य पदक जीता।
इसी प्रतियोगिता में मार्टिना देवी मैबाम ने 85+ महिला वर्ग में दो राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए लेकिन पदक जीतने में असफल रहीं।
भारत ने आईडबल्यूएफ़ जूनियर विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2024 के लिए नौ सदस्यीय दल -3 पुरुष और 6 महिलाएँ-भेजा था ।
आईडबल्यूएफ़ जूनियर विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2024, 21 वर्ष से कम उम्र के भारोत्तोलकों के लिए 19 से 27 सितंबर, 2024 तक लियोन, स्पेन में आयोजित की गई थी।
चैंपियनशिप का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडबल्यूएफ़) द्वारा किया गया था।
दो बार के एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता फवाद मिर्जा ने 25 सितंबर 2024 को पोलैंड में आयोजित स्ट्रेजगोम स्टैंडर्ड शो 2024 में इवेंटिंग में टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जूलिया क्रेजेवस्की को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
इवेंटिंग एक घुड़सवारी प्रतियोगिता है जिसमें घोड़े और सवार का तीन विषयों- ड्रेसेज, क्रॉस कंट्री और शो जंपिंग में परीक्षण किया जाता है।
32 वर्षीय फवाद मिर्जा ने अपने घोड़े दजारा 4 की सवारी करते हुए 30.100 पेनल्टी अंक हासिल करके स्वर्ण पदक जीता।
टोक्यो 2020 विजेता जर्मनी की जूलिया क्रेजेवस्की ने अपने घोड़े एरो डी सेंट्रल की सवारी करते हुए 34.600 के कुल पेनल्टी अंकों के साथ रजत पदक जीता।
स्वीडन के मालिन असाई ने अपने घोड़े मग्गन वी की सवारी करते हुए कांस्य पदक जीता। उन्होंने 35.00 पेनल्टी अंक अर्जित कर तीसरा स्थान हासिल किया।
अनुभवी भारतीय स्नूकर खिलाड़ी कमल चावला ने आईबीएसएफ विश्व पुरुष 6-रेड स्नूकर चैम्पियनशिप फाइनल में पाकिस्तान के आजाद इकबाल को हराकर अपना पहला आईबीएसएफ विश्व 6-रेड खिताब जीता।
पुरुषों और महिलाओं के लिए आईबीएसएफ वर्ल्ड 6-रेड स्नूकर चैंपियनशिप मंगोलियाई राजधानी उलानबटार में आयोजित की गई थी।
45 वर्षीय कमल चावला इससे पहले 2017 में आईबीएसएफ वर्ल्ड 6-रेड के फाइनल में पहुंचे थे लेकिन खिताब जीतने में असफल रहे थे।
भारत ने आईबीएसएफ वर्ल्ड 6-रेड स्नूकर चैम्पियनशिप में तीन कांस्य पदक भी जीते।
पाकिस्तान के असजद इकबाल से सेमीफाइनल मैच हारने के बाद मलकीत सिंह को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
महिला वर्ग में गत चैंपियन विद्या पिल्लई सेमीफाइनल में हांगकांग की एनजी ओन यी से हार गईं और उन्हें कांस्य पदक मिला ।
कीर्तना पांडियन को भी अपना सेमीफाइनल मैच हांगकांग की फोंग मेई मेई से हारने के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।