केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री, सरबानंद सोनोवाल ने 30 सितंबर 2024 को मुंबई, महाराष्ट्र में क्रूज़ भारत मिशन का शुभारंभ किया। मंत्री ने क्रूज जहाज एम्प्रेस पर सवार हो कर मिशन का शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य भारत को क्रूज पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनाना है और देश को अग्रणी वैश्विक क्रूज गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना है।
केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय ,क्रूज़ भारत मिशन को लागू करने के लिए नोडल मंत्रालय है। मिशन को सीमा शुल्क, आव्रजन, सीआईएसएफ, राज्य पर्यटन विभाग, राज्य समुद्री एजेंसियों, जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस जैसी सभी नियामक एजेंसियों के सहयोग से लागू किया जाएगा।
मंत्रालय भारतीय बंदरगाह संघ के तहत क्रूज विकास के लिए एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) स्थापित करेगा। भारतीय बंदरगाह संघ भारत में प्रमुख बंदरगाहों का एक संघ है।
क्रूज़ भारत मिशन 1 अक्टूबर 2024 से 31 मार्च 2029 तक तीन चरणों में लागू किया जाएगा।
चरण -1 (1 अक्टूबर 2024-30 सितंबर 2025)
इस चरण में मुख्य रूप से पड़ोसी देशों के साथ योजना बनाने और क्रूज गठबंधन बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगाऔर साथ ही मौजूदा क्रूज़ टर्मिनलों, मरीनाओं का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
चरण II (1 अक्टूबर 2025-31 मार्च 2027)
नए क्रूज़ टर्मिनल, मरीना और गंतव्यों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
चरण III (1 अप्रैल 2027- 31 मार्च 2029)
भारतीय उपमहाद्वीप में सभी क्रूज़ सर्किट को एकीकृत करने, क्रूज़ टर्मिनलों, मरीना और गंतव्यों के विकास को जारी रखने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस मिशन के तहत ने एक प्रदर्शन लक्ष्य भी निर्धारित किया है जिसे मिशन अवधि के दौरान हासिल किया जाना है।
क्रूज़ भारत मिशन के तहत तीन क्रूज़ खंड हैं - महासागर और बंदरगाह, नदी और अंतर्देशीय तथा द्वीप खंड।
महासागर और बंदरगाह खंड में नौकायन और जलयात्रा परिभ्रमण पर ध्यान केंद्रित करने के साथ समुद्र, गहरे समुद्र और तटीय परिभ्रमण पर ध्यान केंद्रित की जाएगी।
नदी और अंतर्देशीय खंड में नदी, नहरों, बैकवाटर, खाड़ियों और झीलों पर ध्यान केंद्रित की जाएगी।
द्वीप खंड में लाइटहाउस भ्रमण , लाइव-अबोर्ड अनुभव, अभियान क्रूज़ और कम-ज्ञात गंतव्यों के लिए बुटीक क्रूज़ पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।