2 अप्रैल 2024 को अक्षय पात्र फाउंडेशन ने चार अरब थाली परोसने की ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है। अक्षय पात्र फाउंडेशन की इस उपलब्धि का जश्न संयुक्त राष्ट्र में भी मनाया गया।
- संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने 2 अप्रैल 2024 को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। संयुक्त राष्ट्र में आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन विषय: खाद्य सुरक्षा में उपलब्धि: सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में भारत की प्रगति' रखा गया था।
- इस आयोजन में भारत की खाद्य सुरक्षा और पोषण प्राप्त करने की दिशा में नई-नई रणनीतियों, नीतियों और उपलब्धियों को दर्शाया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई:
- इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संचालन के लिए पीएम मोदी ने विशेष संदेश भेजा। इस संदेश में पीएम मोदी ने एनजीओ को बधाई दी और साथ ही कहा कि उन्हें अक्षय पात्र फाउंडेशन की पूरी टीम पर गर्व और बेहद खुशी महसूस हो रही है। पीएम मोदी ने चार अरब थाली परोसने को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण:
2 अप्रैल 2024 को अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देश के निम्न प्रसिद्ध हस्तियों ने भाग लिया।
- इस आयोजन में इंफोसिस के संस्थापक सदस्य एनआर नारायणमूर्ति
- नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी
- भारतीय सामाजिक संगठन अक्षय पात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष मधु पंडित दास।
कार्यक्रम में पीएम मोदी का संदेश:
- संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने पीएम मोदी के संदेश को पढ़ा। पीएम मोदी ने अपने सन्देश में कहा कि 'मानवता को पोषण देने और भुखमरी को खत्म करने में यह उपलब्धि हमारे समर्पण का सबूत है।'
- अक्षय पात्र फाउंडेशन अनगिनत बच्चों को भोजन उपलब्ध करा चुका है। यह सुनिश्चित कर रहा है कि दुनिया के भविष्य को सही पोषण मिले।
- प्रधानमंत्री ने अक्षय पात्र फाउंडेश की तीन अरबवीं थाली परोसे जाने को भी याद किया, जिसे फरवरी 2019 में वृंदावन में परोसा गया था।
अक्षय पात्र फाउंडेशन के बारे में:
- अक्षय पात्र फाउंडेशन की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी। यह बेंगलुरु के पांच स्कूलों के 1,500 बच्चों को खाना खिलाने के साथ शुरू हुआ था।
- अक्षय पात्र फाउंडेशन एक भारत-आधारित गैर सरकारी संगठन है।
- इस फाउंडेशन का मुख्यालय बेंगलुरु में है।
- फाउंडेशन, पीएम पोषण अभियान के तहत मध्याह्न भोजन योजना लागू करता है।
- सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में बच्चों के बीच भूख को खत्म करने का प्रयास करता है।
- फाउंडेशन का लक्ष्य अपने भोजन कार्यक्रम के माध्यम से कुपोषण का मुकाबला करना और सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित बच्चों की शिक्षा के अधिकार का समर्थन करना।
- वर्तमान में अक्षय पात्र दुनिया का सबसे बड़ा गैर-लाभकारी संचालन है। मध्याह्न भोजन कार्यक्रम पूरे भारत में 14 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 22,367 से अधिक स्कूलों के सरकारी स्कूली बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान करता है।